जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शिवहर से लोकसभा प्रत्याशी व राज्यसभा सांसद साबिर अली को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी के मुताबिक, पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण साबिर अली को निष्कासित कर दिया गया है।
साबिर अली पर यह कार्रवाई नरेन्द्र मोदी की तारीफ करने के चलते की गई है। सोमवार को साबिर अली ने कहा था, 'जिसकी नीति अच्छी होगी, केंद्र में उसी की सरकार बनेगी। मैंने नरेंद्र मोदी को करीब से देखा नहीं है लेकिन दूर से उनकी नीतियां अच्छी लगती है।'
जदयू का मजबूत अल्पसंख्यक चेहरा माने जाने वाले साबिर के इस बयान के बाद उनकी पार्टी आलाकमान से नाराजगी साफ जाहिर हो गई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फोन पर बात कर उन्हें मनाने की कोशिश भी की थी। सूूत्रों के मुताबिक, साबिर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव रामचंद्र प्रसाद सिंह के कामकाज के तरीके से खासे नाराज थे। बहरहाल उन्होंने किसी नेता का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारे ही इशारों में नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा।
जदयू ने दिल्ली विधानसभा का पूरा चुनाव साबिर के बलबूते लड़ा था। राज्यसभा के दोबारा टिकट से वंचित किए जाने का भी उन्हें काफी मलाल हैं। चर्चा यह हैं कि साबिर भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। साबिर ने अपनी ही पार्टी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि थर्ड फ्रंट में जितनी पार्टियां नहीं हैं उससे अधिक वहां पीएम के उम्मीदवार हो गए हैं। तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेताओं के कारण मुसलमानों का शोषण होता है। थर्ड फ्रंट-फोर्थ फ्रंट के चक्कर में सबसे अधिक मुसलमान ही पीसा, दबाया और कुचला जाता है। इस बार मुसलमान सचेत है। ऐसे तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेताओं का मुसलमान दौड़ा-दौड़ा कर मारेगा।
साबिर ने कहा था कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह फटा ढोल हैं। इनके सियासत की बुनियाद देश को बांटने वाली है। दिज्विजय देश को बांटने वाली राजनीति के जनमदाथा और कर्मदाता हैं। सुर्खियों में बने रहने के लिए अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं।