जसवंत सिंह को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं देने को राजनीतिक मजबूरी बताते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की इस बात से आज इंकार किया कि इस मामले पर निर्णय पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति में नहीं किया गया।
सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा कि राजनीतिक मजबूरियों के चलते हम इच्छा के बावजूद उन्हें (जसवंत सिंह) टिकट नहीं दे सके। मुझे भी इस बात का दुख है। उन्होंने हालांकि, कहा कि भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में सभी लोकसभा सीटों के बारे में चर्चा हुई जिसमें बाड़मेर सीट शामिल है जहां से जसवंत सिंह ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।
सुषमा ने जसवंत सिंह को बाड़मेर से टिकट नहीं दिए जाने पर दुख जताते हुए कहा था कि ऐसा करने का कुछ कारण होगा, क्योंकि यह निर्णय केन्द्रीय चुनाव समिति में नहीं किया गया। निर्णय बाद में किया गया। लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से इससे दुख हुआ है।
पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर जसवंत अब निर्दलीय के रूप में वहां से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को आज आड़े हाथ लेते हुए बाड़मेर में कहा कि व्यक्ति पूजा लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है और इससे पार्टी को भी नुकसान होगा। जसवंत ने कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे और बाकी निर्णय पार्टी को करना है।