लोकसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. मोदी पर निशाना साधने के लिए बिहार के सीएम नीतीश ने सहारा लिया है सोशल मीडिया का. फेसबुक पर अपने पोस्ट में नीतीश ने कहा है कि बीजेपी ने पहले राम को ठगा अब महादेव की बारी है. यानी वाराणसी सीट से मोदी की उम्मीदवारी अब नीतीश को भी खटकने लगी है. नीतीश ने मोदी की पार्टी की बीजेपी को तो 'भस्मासुर'करार दिया है.
नीतीश ने फेसबुक पर लिखा है, 'बीजेपी बिहार में प्रपंच का जाल बुन रही है. जो बिहार अनेक धर्मों के मूल की कड़ी है, वहां राजनीतिक प्रोपगैंडा पहुंचाने के लिए बीजेपी हर-हर महादेव के जप का अपमान कर रही है. उनके मुख्य नेता ऊपरी तौर पर तो कह रहे हैं कि ऐसे नारे नहीं लगाएंगे पर पूरे बिहार में पर्चे बांट रहे हैं. भस्मासुर ने भी जब तपस्या की होगी तो हर हर महादेव के जप का अपमान नहीं किया होगा. मगर बीजेपी तो भस्मासुर से भी दो कदम आगे निकल गई है. भगवान राम को ठगने में तो कोई कसर छोड़ी नहीं थी, अब भगवान शिव के पीछे भी लग गए हैं. जब भगवान नहीं बच रहे तो इंसान क्या बचेंगे?'
मोदी और बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम आगे लिखते हैं, 'हवा बनाते हैं कि बिहार को ये देंगे वो देंगे, शर्त रखते हैं कि मुख्यमंत्री को माफी मांगना होगा और इसके बावजूद पूरे बिहार में पर्चे बंटवाते हैं ‘विशेष सहयोग एवं विशेष पैकेज देंगे मोदी’. हम बिहारी विशेष राज्य का दर्जा लेंगे– हमारा हक है. बात बिलकुल ठोस है और स्पष्ट भी. इससे बिहार में उद्योग लगेंगे, हमारे युवाओं को रोजगार मिलेगा, और राज्य सरकार को विकास के नए कार्यक्रम चलाने के लिए संसाधन भी. हम विकास की वो रफ़्तार पकड़ेंगे कि देश के औसत स्तर तक पहुंच जाएं. लेकिन, बीजेपी न तो ये दे सकती है, न देना चाहती है, पर सरेआम बिहार में भ्रम और झूठ फैला रही है ‘विशेष अटेंशन, विशेष सहयोग एवं विशेष पैकेज’ इत्यादि कह कर.'
नीतीश ने लिखा है, 'कमाल है! बिहार की जनता एक करोड़ 18 लाख हस्ताक्षर करे, पटना और दिल्ली में अधिकार रैली में लाखों की मात्रा में अपना मत रखे, संकल्प रैलियों में विशेष राज्य का संकल्प ले – और बीजेपी का जवाब क्या है, माफी मांगो और भीख भी. इससे बड़ा अपमान और धोखा हो नहीं सकता. ये पर्चा जो बीजेपी बिहार में घर घर बांट रही है, ये हर बिहारी के अपमान का सर्टिफिकेट है जिसे कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए. ऐसा करने से हमारा स्वाभिमान भी बचेगा और महादेव का मान भी.'