बीजेपी ने बाड़मेर से पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को शनिवार को नाम वापस लेने के आखिरी दिन अपना नामांकन वापस नहीं लेने पर पार्टी से निष्कासित कर दिया. बीजेपी की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 76 वर्षीय सिंह को छह साल के लिए निष्कासित करने का फैसला किया.
पार्टी ने राजस्थान के ही सीकर से बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे एक और बागी नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया को भी निष्कासित कर दिया. बीजेपी का टिकट नहीं मिलने से नाराज जसवंत सिंह बाड़मेर से पार्टी उम्मीदवार सोनाराम चौधरी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. सोनाराम कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं.
बीजेपी का संविधान पार्टी नेताओं को अपने अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं देता. बीजेपी महासचिव जे पी नड्ढा द्वारा जारी पार्टी के बयान में कहा गया, ‘पार्टी के विधान की धारा 25 (9) के अनुसार पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे किसी भी नेता को तत्काल निष्कासन की कार्रवाई का सामना करना पड़ता है.’ बयान के मुताबिक, ‘तदानुरूप बीजेपी अध्यक्ष के निर्देशों के अनुसार सांसद जसवंत सिंह और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य सुभाष महरिया को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.’