विदिषा-03 अपै्रल 2014/स्थानीय निकासा क्षेत्र में झांकी वाली गली में स्थित परमेष्वरी जगतधात्री माँ हेतु रजत (चांदी) के मुकुट तथा उनके नवनिर्मित भव्य-दिव्य मंदिर पर कलषारोहण हेतु 3-दिवसीय समारोह का शुभारंभ आज 4 अपै्रल से होगा।
मंदिर के पुजारी पंडित अरविन्द भार्गव ने बताया कि जगजगनी जगतधात्री माँ के मुकुट तथा मंदिर पर कलषारोहण हेतु आज शुक्रवार 4 अपै्रल को प्रातः 10 बजे से रजत मुकुट तथा कलष की भव्य शोभायात्रा स्थानीय सावरकर बालविहार स्थित श्री बैकुण्ठ धाम मंदिर से प्रारंभ होकर जगतधात्री माता मंदिर पहुंचेगी। तत्पष्चात मंदिर में पंचांग पूजन, देव आह्वान, मुकुट व कलष का अभिषेक होने के साथ अग्नि स्थापना और हवन का शुभारंभ होगा। वहीं, शनिवार 5 अपै्रल को प्रातः 10 से अपराह्न 4 बजे तक पूजन, हवन, कलष तथा मुकुट का आरोहण होने के उपरांत पूर्णाहुति एवं प्रसादी वितरण होगा। रविवार 6 अपै्रल को सायंकाल 7.30 बजे महाआरती होगी। उन्होने बताया कि नवरात्र के शुभ समापन पर रविवार 20 अपै्रल को स्थानीय गुरूद्वारा धर्मषाला में दोपहर 12 से अपराह्न 5 बजे तक कन्या भोजन का विषाल आयोजन भी किया गया है। ये समस्त आयोजन श्री दुर्गा उत्सव समिति निकासा के सौजन्य से किए गए हैं।
स्मरणीय है कि उपर्युक्त श्री जगतधात्री मंदिर पूर्व में एक टीन शेड में था, जिसमें नवम्बर 2012 में भीषण आग लग जाने से समूचा मंदिर पूरी तरह ध्वस्त तथा नष्ट हो गया था। परिणामस्वरूप परमेष्वरी की कृपा से उनके भक्तों द्वारा उसी स्थल पर वर्तमान भव्य-दिव्य मंदिर का आकर्षक निर्माण कराया गया है और जगजननी माँ भवानी की प्राणप्रतिष्ठा भी हो चुकी है। इसी मंदिर के षिखर पर एक भक्त ने कलष स्थापना का संकल्प लिया है, तो अन्य भक्त परिवार ने परमेष्वरी को चांदी का मुकुट धारण कराने का संकल्प लिया है। आयोजन समिति के अध्यक्ष जगदीष शर्मा तथा समस्त सहयोगियों एवं परमेष्वरी के भक्तों ने सभी से सपरिवार इन सभी कार्यक्रमों में भाग लेने तथा तन-मन-धन से सहयोग करने का आग्रह किया है।