कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर प्रहार करते हुए कहा कि कुछ ताकतें देश का माहौल बिगाड़ने में लगी हैं, मगर देश की जनता सच और गलत को जानती है, जिसके चलते ये ताकतें अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगी। मध्य प्रदेश के सीधी में कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित जनसभा में गुरुवार को सोनिया गांधी ने भाजपा और कांग्रेस की तुलना करते हुए कहा कि जो ताकतें देश की जनता को भड़काने और बहकाने की कोशिश कर रही हैं, वे कामयाब नहीं होने वाली। वहीं कांग्रेस सभी वर्गो को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है।
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा गरीब और कमजोरों के हितों की लड़ाई लड़ी है और यह आगे भी जारी रहेगी। उनकी स्थिति में बदलाव लाने के लिए कदम उठाए गए हैं। कांग्रेस का लक्ष्य गरीब और कमजोर को खुशहाल बनाना है, कांग्रेस कभी झूठे वादे नहीं करती, पार्टी ने पिछले दो चुनाव में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया है। वादों को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने योजनाएं बनाई हैं।
सोनिया ने कहा कि गांव से लोगों का पलायन न हो और उन्हें अपने ही गांव में काम मिलने की गारंटी हो इसके लिए महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) अमल में लाई। भ्रष्टाचार को रोकने और सार्वजनिक करने के लिए सूचना के अधिकार के रूप में आम जनता के हाथ में दिया। कोई भूखा न रहे, इसके लिए खाद्यान्न सुरक्षा कानून बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र का हवाला देते सोनिया ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं पाने का अधिकार देने के साथ हर सिर को छत मुहैया कराएगी। उन्होंने मध्य प्रदेश में अर्जुन सिंह के काल में वनोपज पर निर्भर करने वालों के लिए बनाई गई तेंदूपत्ता नीति का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं बनाई हैं।
सोनिया ने भूमि अधिग्रहण कानून का जिक्र करते हुए कहा कि अब कोई भी किसानों की जमीन जबरिया तरीके से नहीं छीन सकेगा। इसके लिए जरूरी होगा कि ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित हो। इसके लिए गांव के लोगों की सहमति जरूरी होगी। इसी तरह गरीब परिवारों के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा मिले इसके लिए शिक्षा का अधिकार कानून बनाया गया है।
भाजपा द्वारा कांग्रेस पर भ्रष्टाचार को लेकर लगाए जाने वाले आरोपों का भी सोनिया ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अफसर से लेकर मंत्री तक भ्रष्टाचार में डूबे हैं, मगर उन्हें यह दिखाई नहीं देता। व्यावसायिक परीक्षा मंडल की परीक्षाओं में भी घोटाला हुआ है।