एक बार फिर बगावत के मूड में एनडी तिवारी, नैनीताल से लड़ सकते हैं चुनाव
देहरादून,13 अप्रैल,। उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और आंध्रप्रदेश के राज्यपाल रहे दिग्गज कांग्रेसी नारायण दत्त तिवारी एक बार फिर से पार्टी के खिलाफ झंडा उठाने का संकेत दिया है। तिवारी के नजदीकी सूत्रों के अनुसार वे 16 अप्रैल को नैनीताल लोकसभा से निर्दलीय पर्चा दाखिल कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि नारायण तिवारी पहले भी कांग्रेस से बगावत कर तिवारी कांग्रेस नाम की राजनीतिक पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा चुके हैं। लखनऊ स्थित तिवारी के खास सूत्रों ने बताया कि वे नैनीताल लोकसभा से खुद या बेटे रोहित शेखर के लिए कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने उनकी एक नहीं सुनी इतना ही नहीं उन्होने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी बीते दिनों दिल्ली में रूककर तीन बार समय मांगा लेकिन सोनिया दरबारियों ने उनकी मुलाकात सोनिया से न होने दी इसी से बौखलाये तिवारी अब कांग्रेस के खिलाफ ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। इसके बाद उन्होंने नैनीताल जिले का सघन दौरा कर जनता से अपने और बेटे रोहित शेखर के चुनाव लड़ने की संभावना पर रायशुमारी की जिसमें उनको सकारात्मक संकेत मिले इसके बाद उन्होंने इस सीट पर स्वयं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।वहीं उन्होने बीते दिन नामांकन के लिए निर्वाचन कार्यालय नैनीताल से नामांकन प्रपत्र भी खरीदा है। उधर इस मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि श्री तिवारी पार्टी के बुजुर्ग और समर्पित नेता है इसलिए उम्र के इस पड़ाव पर उनके द्वारा पार्टी के खिलाफ कोई भी कार्य करने की संगठन को उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि एनडी तिवारी द्वारा ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।जिससे पार्टी को कोई नुकसान होगा। नैनीताल जिले में एनडी तिवारी के चुनाव लड़ने की अटकलों ने उनके समर्थकांे में खुशी की लहर दौड़ा दी है जबकि वहां से कांग्रेस उम्मीदवार और चंद राजपरिवार से संबंध रखने वाले केसी सिंह बाबा के समर्थकों और कांग्रेस की जिला इकाई को इस खबर ने परेशान कर दिया है। ज्ञातव्य है कि नारायण दत्त तिवारी का गृह जिला नैनीताल ही है और वहां उनकी अच्छी खासी पैठ भी मानी जाती है। उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने से कांग्रेस को खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है जबकि उनके इस निर्णय से भाजपा को फायदा मिलने की बात राजनैतिक पर्यवेक्षक भी मान रहे हैं।
मतदाता जागरूकता अभियान जरूरीः सोनोवाल
चीला रेंज में मिला औषधी सालन मिश्री के दुर्लभ प्रजाति
देहरादून, 13 अपै्रल (निस)। संसाधनों की भारी कमी एवं गहन वन क्षेत्र के वावजूद वन कर्मचारी अनुसंधान मंे अपनी पुरी ताकत लगाये हुए है। दुर्लभ जीव हो या दुर्लभ वनस्पति इन सब के बीच सीमित संसाधनों के साथ वन कर्मचारी आज भी वनस्पति की खोज मे जुटा हुआं है। विलुप्त होने के कगार पर वन अनुसंधान संस्थान हल्द्वानी अपने स्तर से अनेक वनस्पतियो को बचाये रखने की मुहिम छेड़े हुआ है । घने एवं पर्वतीय वनांे के बीच वन अनुसंधान संस्थान के सिल्वा हिल कालसी के वन दरोगा जयप्रकाश ने हिमालयी क्षेत्र से सटे चीला रेंज की कक्ष संख्या सात में विलुप्त प्रायः प्रजाति की दुर्लभ औषधी सालन मिश्री के पौधें की खोज की है। 23 फरवरी 2014 को वन कर्मचारी द्वारा खोजी गयी इस दुर्लभ पौधौं को पाकर वन कर्मचारियों के साथ साथ अधिकारी भी फूले नही समा रहे है। अधिकारियों ने इस पौधे के संरक्षण एवं संबर्धन के भी निर्देश दे दिये है तथा अधिकारियों ने मौंके पर जाकर इस पौधौ के बारे मे विस्तृत जानकारी हासिल भी की है । मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एस के सिह ने बताया की यह एक दुर्लभ औषधीय पौधा है करीब एक फुट से थोड़ा बड़ा यह पौधा सफेद रंग के खूबसूरत फूल वाला है। इसके नीचे जड़ मंे एक बल्व होता है जिसमे प्रचूर मात्रा मे औषधि पायी जाती है । जिसका जिक्र आर्युवेद में भी किया गया है यह पौधा जनवरी से लेकर अपै्रल मध्य तक दिखाई देता है। जिसमे पुरी तरह से हर्बल ग्लुकोज पाया जाता है जोकि लकवा एवं कमजोरी के काम आता है तथा चवनप्रास मे भी इसका प्रयोग किया जाता है । श्री सिंह ने बताया कि वन अनुसंधान संस्थान के सिल्वा हिल कालसी के वन दरोगा जयप्रकाश अनुसंधान कार्य के तहत पिछले कई माह से हिमालयी क्षेत्र से सटे राजाजी नेशनल पार्क के चीला रेंज मे जड़ी बूटी संबद्र्वन के कार्य मे लगे थे। इस बीच उन्हंे कक्ष संख्या सात में विलुप्त प्रायः एक दुर्लभ पौघों को खिले हुए पाया जिसकी सूचना उन्होंने दी । मैंने खुद मौंके पर पहुंच कर उसके संरक्षण करने को कहा । उन्हांेने बताया कि इस जड़ी बूटी के संरक्षण एवं संबर्धन के निर्देश दिये गये है तथा इस जड़ी बूटी को हरिद्वार,कोटद्वार आदि जगहों पर ढूड़ने के प्रयास किये जा रहे है।
बैसाखी पर गौतम कुण्ड चंद्रबनी मंदिर मंे हुआ मेले का आयोजन
देहरादून, 13 अपै्रल (निस)। बैसाखी के उपलक्ष्य में गौतम कुण्ड़ चंद्रबनी मंदिर में धूमधाम से मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि ले.ज. राम सिंह प्रधान ने ध्वजारोहण कर की। इस मौके पर मंदिर समिति की ओर से रंगारग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम शुरूआत गंगा आरती के साथ हुई। इस मौके पर मंदिर प्रांगण में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर मन्नत मांगी। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रधान ने गौतम कुण्ड के पौराणिक महत्तव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी दर्शन भारती ने कार्यक्रम की प्रशांसा करते हुए कहा कि यह मेले हमें पौराणिक विरासत से जोडे रखते हैं। मंदिर के मंहत श्री हेमराज महाराज कार्यक्रम में शामिल हुए सभी श्रृद्धालुओं व अतिथियों का स्वागत कर आभार व्यक्त किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों व स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम कर मेले में उपस्थित लोगों का मनोरंजन कर खूब तालियां बटोरी। साथ ही भक्ति गीतों से सम्पूर्ण वातावरण को भक्तिमय बना दिया। गौरतलब है कि मंदिर के बारे में कहा जाता है कि गौतम कुण्ड़ से निकलने वाली गंगा को आसन नदी का उद्गम माना जाता है। इसकी दूसरी बड़ी विशेषता है कि यह पश्चिम वाहिनी है। माघ महात्म के मुताबिक गंगा जमुना में स्नान करने से सौ गुना फल मिलता है और पश्चिम वाहिनी गंगा में स्नान का फल सहस्र गुना होता है। गौतम कुण्ड़ चंद्रबनी कई पौराणिक गाथाओं का साक्षी रहा है। गौतम कुण्ड़ में बैशाखी के दिन गंगा का अवतरण हुआ था इसलिये इस दिन यहां पर विशेष पूजा अर्चना की जाती है तथा मेले का आयोजन होता है। एक पौराणिक कथा में उल्लेख है कि शिव भक्त ऋषि गौतम का यह नित्य का नियम था कि वे स्नान के लिये सुबह सवेरे गंगा तट पर जाया करते थे। वहीं देवताओं के राजा इंद्र ने अभिमान वश चंद्रमा से संसार की सबसे रूपमति स्त्री के बारे में मालूम किया और ऋषि गौतम की पत्नी अहिल्या को छल से पाना चाहा लेकिन सती अहिल्या के शाप से वे राख हो गये। मां गंगा के द्वारा इंद्र के छल का पता चलने पर आवेश में आकर ऋषि गौतम अहिल्या को श्राप दे बैठे। लेकिन जब उन्होंने अहिल्या के निर्दोष होने का पता चला तो उन्होंने उनकी मुक्ति के लिये सृष्टि चक्र को ही बदल दिया। यही कारण है कि सतयुग के बाद आने वोल द्वापर से पहले आज भी त्रैतायुग आता है। चंद्रबनी में ऋषि गौतम व अहिल्या की पुत्री अंजना से हनुमान उत्पन्न हुए। इसके पहले इस पवित्र धाम में त्रिदेवों ब्रहमा, विष्णु और महेश ने संयुक्त रूप से विश्व कल्याण के लिये यज्ञ किया और परिणाम स्वरूप गरूड़ की उत्पति हुई। यज्ञ के दौरान ऋषि बालखिल्य जो कि अंगूठे के बराबर आकार के थे, का इंद्र ने उपहास किया जिससे नाराज होकर बाल खिल्य ऋषि ने उन्हें श्राप दे दिया। ऐसे अनेक पौराणिक गाथाओं को गौतम कुण्ड़ चंद्रबनी अपने आप में समेटे हुए हंै। इस दौरान महंत हेमराज महाराज, नितिन अग्रवाल, श्यामलाल चैधरी, माधुरी थापा, मुकेश रावत, किशोर मंगवानिया, नवीन जंग थापा आदि मौजूद रहे।
लाखों ने गंगा में लगाई डुबकी, गुरूद्वारे में मना खालसा साजना दिवस
देहरादून, 13 अपै्रल (निस)। गढवाल में हो रही हल्की बूंदा बांदी के बाद मौसम के करवट लेने के चलते ठण्ड के बावजूद बैशाखी के अवसर पर देश के विभिन्न प्रांतों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने प्रातः से ही गंगा में डुबकी लगाकर बैशाखी का पर्व जहां हर्षोल्लास से मनाया वहीं गुरूद्वारा श्री हेमुकुण्ड साहिब में श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज का खालसा साजना दिवस भी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उच्च कोटी के कीर्तनी जत्थांे व विद्वान संगतों को कथा कीर्तन द्वारा निहाल किया गया। गुरूद्वारा हेमकुण्ड साहिब में ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी नरेन्द्रजीत ंिसह बिन्द्रा की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रातः गुरू ग्रन्थ साहिब का अखण्ड पाठ का समापन व चोला सेवा निशान साहिब चढ़ाया गया। इस अवसर पर रागी जत्था भाई प्रदीप सिंह,भाई चरनजीत ंिसह, भाई कंवरपाल ंिसह आदि ने अपनी प्रस्तुतियों भी दी। बैशाखी को लेकर शहर के गुरूद्वारो में भव्य सजावट की गई थी। वहीं ग्रामीण क्षेत्रो में किसानेा ने खेतों में गेहूं की फसल कटाई का काम भी शुरू कर दिया। तीर्थनगरी में बैसाखी को लेकर लोगों में खासा उत्साह नजर आयां। सभी श्रद्धालुओं ने गुरूद्वारे में आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लिया। उधर गुमानीवाला, श्यामपुर, खदरी गढ़ी, खैरीखुद्र आदि क्षेत्रों में किसानों ने खेतों में तैयार गेहू की फसल की कटाई का काम भी शुरू किया। चार दिन की छुटटी व बैसाखी के पर्व पर देश के विभिन्न कोनों से आए गंगा स्नान हेतु श्रद्धालुओं व लाखों पर्यटकों के कारण जहां नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। वहीं श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस द्वारा घाटों पर कड़े बंदेाबस्त किये गये थे। यहां तक की गोताखोर भी गंगा स्नान करने वाले प्रत्येक श्रद्धालु पर अपनी पैनी नजर गढ़ाये हुए थे। सुरक्षा व्यवस्था की कमान सम्भाल रहे पुलिस क्षेत्राधिकारी हरभजन सिंह व नगर कोतवाली प्रभारी अर्जुन सिंह रावत ने जगह जगह पुलिस बल तैनात कर रखा था। जिसके कारण किसी प्रकार की घटना की सूचना नहीं मिली।
रेणूका ने रोड शो में मांगी वोट
देहरादून, 13 अपै्रल (निस)। हरिद्वार लोकसभा सीट की कांग्रेस प्रत्याशी रेणूका रावत ने हरिपुरकलां से देहरादून तक अपने रोड शो के दौरान मतदाताओं से उन्हंे वोट देने की अपील की। रेणूका रावत के रोड शो का शुभारम्भ हरिपुकलां से रायवाला श्यामपुर, आईडीपीएल, ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर पहुंचा जहां देवभूमि उत्तराचंल उद्योग व्यापार मण्डल की ओर से गंगा पूजा का आयोजन किया था। जिसमें रेणूका रावत ने पूजा में भाग लिया। तत्पश्चात उ़द्योग व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल के कार्यालय पर आयोजित सभा मे रेणूका रावत ने कहा कि कांग्रेस ही ऐसा संगठन है जो कि सभी के विकास और उत्थान की बात करता है और कंाग्रेस ही देश मे स्थिर सरकार दे सकती है। सभा के उपरान्त रोड शो देहरादून मार्ग से होता हुआ रानीपोखरी, डोईवाला से होता हुआ देहरादून पहुंचा। जगह जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर, प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत,नगर अध्यक्ष मं0विनय सारस्वत, राजपाल खरोला, जयेन्द्र रमोला, अरविन्द भटट, राव रईस अहमद, एमएन फारूखी, अरविन्द जैन, राजू शर्मा, योगेश शर्मा , जयपाल जाटव, नन्दकिशोर जाटव, वेदप्रकाश ढींगरा, सीताराम, सहित काफी संख्या मे काग्रेंसजन शामिल थे।
जीजा साले बहे, जीजा को गोताखोरों ने बचाया
ऋषिकेश/ देहरादून, 13 अपै्रल (निस)। शिवपुरी गंगा मे नहाते समय तेज बाहव की चपेट में आकर बह रहे युवक को बचाने के प्रयास मे दूसरा युवक डूब गया। दोनो रिश्ते में जीजा साला बताए जा रहे है। जीजा को राफ्टिंग कर्मियो ने बचा लिया। लापता की तलाश में जल पुलिस ने नदी की खाक छानी लेकिन सफलता नहीं मिली। अंधेरा होने पर राहत बचाव कार्य बीच मंे रोकना पड़ा। वीकेंड मंे दिल्ली और सिरसा हरियाणा से पर्यटको का एक दल रिवर राफ्टिंग के लिए शिवपुरी स्थित एडवेंचर कैंप पहुंचा था। बताया जा रहा हैं कि शाम को दल मे शामिल तीन लोग नहाने के लिए गंगा में उतर गए इसी बीच मनीष गुप्ता 30 वर्ष निवासी फस्र्ट/289 सेक्टर 17 रोहिणी दिल्ली पानी की तेजधार की चपेट मे आकर बहने लगा। साथ मे नहा रहा साला रवनीत सिंह 21 वर्ष पुत्र स्व. सुखदेव सिंह निवासी सेक्टर 12 रोहिणी दिल्ली जीजा को डूबते देख बचाने का प्रयास करने लगा तीसरे साथी ने शोर मचा दिया शोर सुनकर राफ्टिंग कर्मी मौके पर पहुंचें और गंगा मे डूब रहे जीजा साले को बचाने मंे जुट गए। उन्होंने जीजा मनीष गुप्ता को पानी से सकुशल बाहर निकाल लिया लेकिन रवनीत पानी मंे लापता हो गयां। मुनिकीरेती थाना प्रभारी निरीक्षक गणेश सामंत अधीनस्थो के साथ मोैके पर पहुंचे। बेहोशी की हालत मंे मनीष को 108 सेवा से राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश भिजवाया। लापता की तलाश मंे जल पुलिस ने नदी में सर्च आपरेशन किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
उत्तराखण्ड के पचास गाँवों के लिए जैविक खेती की बनी योजना
देहरादून, 13 अपै्रल (निस)। उत्तराखण्ड के ग्रामीण अंचलों में जैविक खेती शुरू कराने की वृहद् योजना पर काम करने की रणनीति आज परमार्थ निकेतन में बनाई गई। इस कार्यक्रम के तहत दो सौ गाँव लिए जायेंगे, जिनमें से प्रथम चरण में पचास गाँवों में इस पर कार्य किया जायेगा। गंगा एक्शन परिवार-प्रोजेक्ट होप, टीएचडीसी तथा लखनऊ स्थित आर्गेनिक इण्डिया इस योजना पर मिलकर कार्य करेंगे। आज परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती तथा आर्गेनिक इण्डिया के संस्थापक श्री भारत मित्र की उपस्थिति में इन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने इसकी पूरी योजना तैयार की। बैठक में बनाई गई योजना के अन्तर्गत टिहरी, उत्तरकाशी एवं रुद्रप्रयाग जिलों के 50 ग्रामों का चयन प्रथम चरण में किया गया है। बैठक में टीएचडीसी के मुख्य महाप्रबन्धक राकेश खरे, उप महाप्रबन्धक राजेश्वर गिरि, हे.नं.बहुगुणा केन्द्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. मोहन पवांर, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के एसोसियेट प्रोफेसर डाॅ. किशोर चैहान, आर्गेनिक इण्डिया के सीएमडी किशन गुप्ता, पेड़ पंचायत के अध्यक्ष डाॅ. एस. एन. मिश्र ने भी भाग लिया। योजना तैयार करने के बाद आर्गेनिक इण्डिया, टीएचडीसी एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रतिनिधियों ने टिहरी जनपद के सम्बन्धित गाँवों का भ्रमण भी किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने बताया कि गंगा एक्शन परिवार एवं प्रोजेक्ट होप के नेतृत्व में शुरू हो रहे इस कार्यक्रम के तहत तुलसी की खेती सहित कई कार्यक्रम आरम्भ किए जायेंगे, जिससे किसानों को सीधा आर्थिक लाभ प्राप्त हो सके। आर्गेनिक इण्डिया प्रमुख भारत मित्र ने बताया कि बाई बैक प्रोग्राम के अन्तर्गत आर्गेनिक इण्डिया गाँव में मौके पर ही तुलसी जैसे उत्पादों को खरीदेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड एवं आजमगढ़ आदि मण्डलों के हजारों ग्रामों में चल रहे सफल कार्यक्रमों का विस्तार उत्तराखण्ड के ग्रामीण अंचलों में होने से यहाँ के ग्रामवासियों की आर्थिक स्थिति में आशातीत सुधार होगा। जैविक खेती के अलावा ग्रामवासियों को स्वावलम्बी बनाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आर्गेनिक इण्डिया एवं गंगा एक्शन परिवार द्वारा चलाये जायेंगे।