राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार पप्पू यादव ने मधेपुरा के जिला पदाधिकारी गोपाल मीना पर सत्तारूढ दल के प्रत्याषी शरद यादव को नियमों को ताक पर रखकर मदद करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का स्पष्ट निर्देष है कि जो पदाधिकारी व कर्मचारी एक ही स्थान पर तीन वर्ष से ज्यादा अवधी से पदस्थापित है उनका स्थानातरण किया जाना है। उसके बावजूद अभी तक अनेक पदाधिकारी अपने पदों पर पदस्थापित हैं। श्री यादव ने इन पदाधिकारियों पर सत्तारूढ दल को मदद करने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही उन्होंने जदयू प्रत्याषी पर घेलाढ़ प्रखंड में निर्धारित समय सीमा के उपरांत भी आम सभा कर आचार संहीता का उल्लंघन किया गया। इसके बावजूद उनके उपर आदर्ष आचार संहीता उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। राजद प्रत्याषी ने आरोप लगाया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रखंडों में अधिसूचित प्रखंड विकास पदाधिकारीयों को प्रखंडों में पदस्थापित न कर समाहरणालय में रखा गया है। जिला बदर की कार्यवाई को श्री यादव ने एक खास जाति के लोगों को ही परेषान किया जाना कहा है। उन्होंने कहा कि क्या सत्तारूढ़ दल के सभी समर्थक दूध के धूले हुए है।
वही दूसरी ओर मधेपुरा संसदीय क्षेत्र से षिवसेना उम्मीदवार प्रवीण आनंद ने अपना नामांकन वापस कर लिया। नामांकन वापसी के पाष्चात उन्होंने कोषी व सहरसा के विकास के लिए राजद प्रत्याषी पप्पू यादव को समर्थन कर दिया। राजद प्रत्याषी पप्पू यादव ने जिला पार्षद प्रवीण आनंद संघर्षषील व्यक्ति है। इनके विकास के मुद्दे को सफल करने का पुरा प्रयास किया जायेगा।
मनीष कुमार सिंह
सहरसा