तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने रविवार को जनता से आग्रह किया कि भाजपा को वोट न दें, क्योंकि यह भी कांग्रेस जैसी ही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कावेरी नदी जल विवाद में तमिलनाडु को धोखा दिया है। भाजपा और उसके छह दलीय गठबंधन के खिलाफ जयललिता का यह आह्वान ऐसे समय में सामने आया है, जब भाजपा नेता नरेंद्र मोदी की रविवार को चेन्नई में रैली हो रही है।
जयललिता ने लोगों से आग्रह किया कि दोनों राष्ट्रीय दलों के उम्मीदवारों को बिल्कुल वोट न दें, ताकि उनकी जमानत जब्त हो जाए। लेकिन जयललिता ने मोदी पर हमला नहीं किया। जयललिता ने कहा, "कावेरी जल विवाद तमिलनाडु की जीवन रेखा से जुड़ा हुआ है। चाहे केंद्र में कांग्रेस की सरकार रही हो या भाजपा नेतृत्व वाली सरकार, कावेरी मुद्दे पर दोनों ने तमिलनाडु के हितों के साथ धोखा किया है।"
जयललिता के अनुसार, यदि तमिलनाडु में भाजपा के नेता सिर्फ यह कह दें कि वे कावेरी का पानी दे देंगे तो कर्नाटक में भाजपा बुरी तरह हार जाएगी। जयललिता ने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा-पत्र में कावेरी विवाद के बारे में कोई जिक्र नहीं किया है और वह इसके बारे में बात नहीं करेगी।
जयललिता ने एमडीएमके, पीएमके और राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेताओं से यह बताने का आग्रह किया कि कावेरी मुद्दे पर भाजपा से उन्हें क्या आश्वासन मिला है। जयललिता ने कहा कि उनकी पार्टी ने 1999 में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था, जब सरकार ने कावेरी जल विवाद न्यायाधिकरण के अंतरिम आदेश के क्रियान्वयन के लिए अधिकार प्राप्त समिति नहीं बनाई थी।