हाईटैक प्रचार, नेताओं के हैलीकाप्टरों की गड़कड़ाहट और जनता की चुप्पी उलझी चुनावी गुत्थी
देहरादून,19 अप्रैल। हरक सिंह रावत के पौड़ी गढ़वाल लोकसभा से नामाकनं के बाद भाजपा कांग्रेस के दिग्गज अब सीधे प्रचार पर उतरेंगे। राज्य के स्टार प्रचारकों के लिए भाजपा आलाकमान दो हाॅलीकाॅप्टर और कांग्रेस तीन उड़नखटोले दे रही है। पांचों सीटों पर जमीन से लेकर आसमान तक प्रचार चलेगा, कांग्रेस के पर्चे-पोस्टर तो ग्लाइडर के जरिए आसमान से टपकाए जाने है। हाईटक प्रचार में मोदी का थ्री-डी अवतार रैलीयों को सम्बोधित कर रहा, सूर्य अस्त के साथ कार्यकर्ताओं को मस्त करने का भी प्रबन्ध भी राजनीतिक दलों ने किया है। सीटवार आकलन करें तो पौड़ी की जंग रोचक हो चली है। मेजर जनरल बीसी खण्डूरी को चुनौती दे रहा है एक सैनिक का पुत्र हरक सिंह रावत और हरक के साथ खड़े हो गए है, दो-दो बड़े जनरल। अब पाले आमने-सामने हंै। एक तरफ सतपाल महाराज और मेजर जनरल की जोंड़ी तो दूसरी तरफ लैफ्टनैंट जनरल टीपीएस और लैफ्टनैंट जनरल गम्भीर सिंह के साथ हरक सिंह रावत। यानी सेना में पद के लिहाज से दो बड़े जनरलों के सामने छोटा जनरल। सतपाल के कांग्रेस छोड़ने के बाद जंहा कल तक एकतफरा दिख रहा मुकाबला अब टीपीएस की वापसी से कांटे की टक्कर का बन गया है। इस बीच सतपाल महाराज ने मोदी विवाह प्रकरण पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस की कमजोर नस दबाते हुए एचएन बहुगुणा के द्वारा अपनी पत्नी को गढ़वाल में अकेला छोड़ इलाहाबाद जाने का बात कहकर कांग्रेस व बहुगुणा परिवार के पुराने घावों को जिन्दा कर दिया है। उस अपमान को पहाड़ कुछ हद तक बिसरने लगा था पर महाराज के वार अब कांग्रेस का घायल होना तय माना जा रहा है। पौड़ी में यूकेडी, आप, बसपा और बाकी दलों की भूमिका वोट कटवा सें अधिक कुछ नही लग रहे है। ठेठ पहाड़ी लोकसभा अल्मोड़ा ने देश को मुरली मनोहर जोशी, हरीश रावत और बच्ची सिंह रावत जैसे नेता दिए जो भारत की सरकार में मंत्री बनें। परीसीमन के बाद ये सीट आरक्षित हो गई है, अब अल्मोड़ा की जंग हरीश रावत और बच्ची सिंह रावत के प्रतिनिधि के रूप में प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा के बीच होती है। इस सीट की धारचुला, पिथौरागढ़, गंगोलीहाट, कपकोट, द्वाराहाट, अल्मोड़ा,जागेश्वर, और चम्पावत मिलाकर आठ विधानसभाओं में कांग्रेस का कब्जा है। जबकि छह सीट डीडीहाट , बागेश्वर, सल्ट, रानीखेत, सोमेश्वर, लोहाधाट से बीजेपी के विधायक हैं। इस लिहाज से यंहां कांग्रेस का पलड़ा भारी है। 1952 से हुए अभी तक के चुनाव में अल्मोड़ा की जनता ने आठ बार कांग्रेस को जिताया है जबकि छह बार भाजपा के सासंदों को संसद भेजा है। कांग्रेस के लिए इस सीट के नतीजे दोनों तरह से मुफीद है, जीत गई तो हरीश रावत का कद आलाकमान के आगे बढ़ेगा और हार गई तो भाजपा उम्मीदवार अजय टम्टा जो सोमेश्वर से विधायक हैं की विधानसभा सीट खाली हो जाएगी। विधानसभा के अंक गणित में कांग्रेस के पास अभी 33 विधायक हैं, और अल्मोड़ा में मिली हार सोमेश्वर में जीत के द्वार खोल देगी। खैर नतीजे जो भी हो पर ये सीट सीएम हरीश रावत और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बच्ची सिंह रावत की प्रतिष्ठा से भी जुड़ी है। वहीं 52 गढ़ों का देश रहे टिहरी सीट पर अभी राजपरिवार का कब्जा है। राजमाता कमलेन्दुमती शाह और महाराजा मानवेन्द्र शाह का गढ़ रही इस सीट को राजपरिवार 11 बार जीता है। भाजपा ने फिर से महारानी मालाराज्य लक्ष्मी पर दांव खेला है। महारानी को चुनौती दे रहे है पिछला चुनाव हार चुके साकेत बहुगुणा। कांग्रेस ने इंडिया बुल्स के अधिकारी पर दांव लगाया है। जो अपने पिता के 22 माह के कार्यकाल में एक चर्चित आइएएस अधिकारी के साथ गलबहियां करते हुए आम बाग भूमि घोटाले से लेकर सुपरटैक भूमि आवंटन तक के मामलों में प्रदेशवासियों के निशाने पर है। वहीं पूर्व सीएम विजय बहुगुणा का पुत्र होना उनकी सबसें बड़ी काबिलियत है। लेकिन टिहरी का स्थानीय न होना सबसें बड़ी कमी। घरानों की इस जंग में आम आदमी पाटी ने 108 एम्बुलैस सेवा के पूर्व अधिकारी अनूप नौटियाल पर दांव लगाया है। अनूप वैसे तो पौड़ी के मूल निवासी है लेकिन टिहरी की सकलाना पट्टी में उनकी ससुराल है, माफीदारों का दमाद होना अनूप का वोट बैक यंहा तय करता है, उनकी ससुराल से लोकेन्द्र दत्त सकलानी टिहरी के विधायक रह चुके है। झीलों-तालों की लोकसभा नैनीताल, रमणीक पर्वतों और हरे-भरें मैदानों से युक्त ऐसा क्षेत्र है जो सामाजिक,सांस्कृतिक और भौगोलिक भिन्नताओं से युक्त है। यंहो की छह विधानसभाओं लालकुआं, नैनीताल, हल्द्वानी, जसपुर, बाजपुर और सितारगंज में कांग्रेस का कब्जा है तो भीमताल, कालाढ़ुंगी, काशीपुर, गदरपुर, रूद्रपुर, किच्छा, नानकमत्ता और खटीमा से भाजपा के आठ विधायक 2012 में जीते थे। विधायकों के लिहाज से इस लोकसभा में भाजपा का पलड़ा भारी है। कांगेंस ने यंहा से लगातार दो बार चुनाव जीते केसी सिंह बाबा पर एक बार फिर से भरोसा जताया है तो भाजपा ने पिछला चुनाव हारे बच्ची सिंह रावत के बदले इस बार भगत सिंह कोश्यारी को मैदान में उतारा हैं। भगतदा अल्मोड़ा लोकसभा के निवासी है इसलिए बाहरी-स्थानीय का मुद्दा यंहा कांग्रेस का हथियार है, हालंाकि कोश्यारी का बड़ा जनाधार उसके असर को कम कर रहा है। केसी सिंह बाबा के साथ स्थानीय आधार पर बड़े नेता तिलकराज बेहड़, मंत्री इन्दिरा हृदयेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य का वोटबैंक है तो वहीं कोश्यारी के पीछे पूर्व मंत्री वंशीधर भगत, अकाली नेता हरभजन चीमा, युवा मोर्चा के पुष्कर सिंह धामी की बैकअप है। रूद्रपुर दंगा प्रकरण में विधायक राजकुमार ठुकराल के कथित उत्पीड़न के कारण अगर फिर से धुर्वीकरण हुआ तो कोश्यारी को बढ़त मिल जाएगी। हालाकि अल्पसंख्यक वोट एकमुश्त कांग्रेस को पड़ सकता है। बड़ी संख्या में यंहां की तराई में बंगाली और पंजाबी सिख मतदाता है। जो पूर्व तक भाजपा के साथ था और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा द्वारा छले जाने के बाद एक बार फिर सितारगंज में पट्टों को मालिकाना हक देने का निर्णय में हीलाहवाली बंगाली मतदाताओं को कांग्रेस के बाद भाजपा के पक्ष में कर सकता है। धार्मिक नगरी हरिद्वार की जंग बाकी से अलग है। जात- बिरादरी के कारण यंहा हमेशा सपा-बसपा में ही जंग रही। पिछली बार हरीश रावत ने यंहा आकर पहली बार सपा-बसपा के बर्चस्व को समाप्त किया। इस बार मुख्य मुकाबले में कांग्रेस और बीजेपी आ गई है, हरीश की पत्नी रेणुका और पूर्व सीएम निशंक दोनों का बड़ा जनाधार। देश की पहली महिला डीजीपी कंचन चैधरी डर्टी पाॅलीटिक्स मंे साफ चेहरा है, वोट कितना पड़ेगा कहना मुश्किल है, लेकिन वो त्रिकोण बना रही है, सपा ने सैनी समाज की महिला को टिकट दिया है, बिरादरी का वोट पड़ गया तो वो भी एक लाख वाले बैंक में शामिल हो सकती है। बसपा के साथ केवल एक ही विधायक है, पार्टी में आतंरिक लड़ाई चल रही है, लिहाजा ये बसपा का उत्तराखंड में आखरी दौर साबित हो सकता है।
चार स्टोन क्रेशर सीज
देहरादून, 19 अप्रैल(निस)। उपखनिजों के अवैध खनन एवं कालाबाजारी को रोके जाने के लिए संजय गुंज्याल, पुलिस उपमहानिरीक्षक पीएसी/प्रमुख कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में अवैध खनन सतर्कता इकाई टीम द्वारा बंजारावाला, बुग्गावाला, हरिद्वार के पट्टा क्षेत्र में रेड़ की कार्यवाही की गई। छापेमारी के दौरान पट्टा क्षेत्र में सीमांकन न किये जाने तथा अवैध खनन किया जाना पाया जाने पर निम्न 04 पट्टा धारको के पट्टो को सीज कर अवैध खनन की नाप जोख की जा रही है- अचल भाष्कर, सुरेश राठौर, सुभाष कोठारी, श्रीमती राजकुमारी। इसके अतिरिक्त उक्त क्षेत्र में खनन इकाई की टीम द्वारा 04 स्टोन क्रेशरों दुर्गा स्टोन के्रशर, 0गंगोत्री स्टोन क्रेशर, फै्रण्डस कल्याण समिति स्टोन के्रशर तथा महाशक्ति स्टोन के्रशर पर छापेमारी की कार्यवाही की गई उक्त स्टोन क्रेशरो पर भारी मात्रा में अनियमिताऐं पायी गई जिस कारण उक्त चारो स्टोन के्रशरों को सीज कर दिया गया है।
कांग्रेस पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में: आर्य
- प्रदेश की पांचो सीटे जीतने का किया दावा
देहरादून, 19 अप्रैल(निस)। पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव में है और प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अपनी जीत को सुनिश्चित करेंगी। यह दावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य ने पत्रकार वार्ता के दौरान किया। कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्री आर्य ने कहा कि पार्टी बूथ मैनेजमेंट पर पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है और इसके लिए सभी फ्रंटल संगठनों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे गये है। साथ ही इसमें किसी भी प्रकार की कोई कोताही स्वीकार नहीं करने की बात कही गयी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार पदयात्रा व सभाओं के माध्यम से जनता के बीच जा रही है और वहां पर केन्द्र तथा प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों से अवगत कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रत्याशियांे के प्रचार प्रसार को न केवल नुक्कड नाटक व सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है, अपितु जनता से भी सीधा संवाद स्थापित कर उपलब्धियों को बताया जा रहा है। पार्टी के स्टार प्रचारको सम्बन्धी सवाल के जवाब में उन्होंने स्टार प्रचारकों की सूची शीघ्र जारी कर देने की बात कही। श्री आर्य ने कहा कि प्रत्याशियों को विजयी बनाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ ही संगठन की भी है, लिहाजा दोनों ही स्तरों पर आवश्यक कवायद को शुरू कर दिया गया है। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा जनता को गुमराह करने में लगी हुई है जिसका जवाब भाजपा को चुनाव में मिल जायेगा। उनका साफ कहना था कि विपक्षी पार्टी भाजपा के पास कोई मुददे नहीं है, जिसके चलते भाजपा मुदददाविहीन पार्टी बनकर रह गई है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक दो दिन में चुनाव संचालन समिति की भी घोषणा कर देगी। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की पांचो सीटों पर विजयी श्री हासिल करने का दावा भी किया। पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता सुरेन्द्र कुमार, शिल्पी अरोडा, राजीव महर्षि, मथुरादत्त जोशी, मनीष नागपाल आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।
कांग्रेस ने गठित की कमेटियां
देहरादून, 19 अप्रैल(निस)। आगामी चुनावों में सफलता हासिल करने को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी ने विभिन्न कमेटियों का शनिवार को गठन कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी विजय सारस्वत, रामशरण नौटियाल, प्रयाग दत्त भटट, मथुरा दत्त जोशी, राजीव जैन, जोत सिंह बिष्ट व मनीष नागपाल को दी गई है, जबकि स्टार प्रचारक प्रबंधन में विजय सारस्वत, राजीव जैन, लालचन्द शर्मा, हरेन्द्र सिंह लाडी, राजीव महर्षि, जसवीर रावत, दिनेश कंुजवाल, सुमित हृदयेश, हिमांशु गाबा को शामिल किया गया है। इसी प्रकार गढ़वाल व कुमायूं में मीडिया समन्वय मुख्यालय का भी गठन किया गया है, जिसके तहत गढ़वाल अंतर्गत देहरादून में सुरेन्द्र कुमार, सूर्यकांत धस्माना, राजीव जैन, शिल्पी अरोडा, मथुरा दत्त जोशी, राजीव महर्षि प्रतिदिन साढे तीन बजे कांग्रेस भवन में अलग-अलग दिनों में ब्रीफिंग करेंगे, जबकि कुमायूं अंतर्गत हल्द्वानी में तिलकराज बेहड, नारायण पाल, भूपाल भाकुनी, दिनेश कंुजवाल, शिल्पी अरोडा एवं संजीव आर्य द्वारा प्रतिदिन ब्रीफिंग की जाएगी।
मोदी की सोच 125 करोड़ जनता की सोच: महाराज
देहरादून, 19 अप्रैल(निस)। भाजपा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सतपाल महाराज ने आज भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के बयान जिसमें उन्होंने कहा कि वह धर्म के आधार पर वोट नहीं मागेगें अपितु देश की 125 करोड़ जनता से अपील करेंगे की वह देष के लिए वोट दें, उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर वोट मांगने से अच्छा वह हारना पसंद करेंगे का समर्थन करते हुए उसे उनकी सोच, कुशल नेतृत्व क्षमता का उदाहरण बताया। भाजपा नेता महाराज ने कहा कि धर्म के नाम पर देश पहले ही बट चुका है, ऐसे में एक सषक्त कुषल नेतृत्व की जरूरत है जो देष को एक सूत्र में बांधे रखे और यह क्षमता श्री मोदी जी में ही है। महाराज ने देष के लोगों से अपील की कि वे अच्छी सरकार और कुशल नेतृत्व के लिए वोट करें। उन्होंने फ्रांस का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के नागरिकों को देखकर यह पता नहीं चलता कि कौन किस धर्म या संप्रदाय से है, सभी में राष्ट्रवाद की भावना है। हमें भी जाति धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद की भावना को बलवती करना होगा और राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान करने के लिए श्री मोदी के नेतृृत्व में एक कुशल सरकार बनाने के लिए भाजपा को वोट करना होगा। उन्होनें कहा कि श्री मोदी का एकीकृत हिमालयी विकास योजना को तैयार कर लागू करने की बात भी उनकी दूरगामी सोच को दर्षाता हैै।