भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी तक जिन 232 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ है, वहां के लोगों ने एक मजबूत सरकार की नींव रख दी है, लेकिन आपको एक बहुमत वाली सरकार देने के लिए मतदान करना है। एटा में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा, "आप 300 कमल जिताकर संसद भेजिए। मैं आपकी किस्मत बदल दूंगा। जो 60 वषरें में नहीं हुआ वह 60 महीने में करके दिखाउंगा।"
उन्होंने कहा कि लोग मेरी गरीबी का मजाक उड़ाते हैं लेकिन मुझे इस बात पर गर्व है कि मैने चाय बेची है, देश नहीं बेचा है। राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि जो लोग सोने का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, उन्हें क्या मालूम की गरीबी क्या होती है। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा की सरकार बनने के बाद संसद को अपराधियों से मुक्त किया जाएगा चाहे उसमें अपने भाजपा के लोग भी क्यों न शामिल हों।
हरदोई में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने यह बातें कही। मोदी ने कहा कि चुनाव जीतूं या हारूं उसकी परवाह नहीं है। कभी उसूलों से पीछे नहीं हटूंगा। मोदी ने कहा, "16 मई को चुनाव के नतीजे आने के बाद अपराधियों का खेल नहीं चलेगा। सरकार बनने के बाद सभी सांसदों के शपथ पत्रों की जांच की जाएगी और जिन लोगों पर भी गम्भीर मुकदमें होंगे उनकी एक सूची बनाई जाएगी। यह सूची सर्वोच्च न्यायालय को भेजी जाएगी और उनके मुकदमों का जल्द से जल्द फैसला किया जाएगा। मैं संसद को अपराधियों से मुक्त करने का काम करूंगा।"
उन्होंने कहा, "संसद को अपराधियों से मुक्त करने के लिए यदि भाजपा और एनडीए के सांसदों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी पड़े तो वह भी करूंगा लेकिन संसद को इनसे मुक्त रखूंगा ताकि अगले आम चुनाव में कोई अपराधी चुनाव लड़ने की हिम्मत न जुटा सके।"मोदी ने कहा कि अब लोगों को गुंडागर्दी से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि सबकी जगह अब जेल में होगी।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस उपाध्यक्ष गरीबी का मजाक उड़ाते हैं। वह गरीबी को टूरिज्म समझते हैं लेकिन हमने गरीबी को करीब से जिया है। मैं जानता हूं गरीबी क्या होती है।"मोदी ने कहा कि उप्र में बाप-बेटे का राज चलता है तो केंद्र में मां-बेटे का राज चलता है लेकिन आपको यही सब खत्म करना है। उप्र में सरकारें पांच वषरें तक बदले की भावना से ही काम करती हैं।
उन्होंने कहा, "बाप-बेटे की सरकार आती है तो बहन जी को परेशान करती है और बहन जी की सरकार आती है तो वह बाप-बेटे से बदला लेने का काम करती हैं। उप्र में पांच साल बदले की राजनीति होती है और विकास का काम पिछड़ जाता है।"