दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को रोहित शेखर को कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता नारायण दत्त तिवारी का जैविक पुत्र घोषित कर दिया। न्यायमूर्ति राजीव सहाय एंडला ने शेखर की दलील मंजूर कर ली। वर्ष 2008 में शेखा ने पितृत्व मामला दायर कर दावा किया था कि तिवारी उनके जैविक पिता हैं। अदालत का फैसला आने से पहले ही मार्च में एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता ने स्वीकार किया कि वे शेखर के जैविक पिता हैं। शेखर की मां ने भी इसकी पुष्टि की।
अदालत ने हालांकि अपने फैसले का आधार तिवारी के डीएनए रिपोर्ट को माना है। अदालत के आदेश पर तिवारी की डीएनए जांच कराई गई थी जिसमें शेखर जैविक रूप से उनसे संबद्ध पाया गया था। अदालत ने सबूत के तौर पर पेश किए गए समाचार पत्रों की कतरनों को भी माना। शेखर के वकील वेदांत वर्मा ने सोमवार को ये कतरनें पेश की थी जिसमें तिवारी ने शेखर (32) को बेटा माना था।