- रपट दर्ज होने के बावजूद नहीं रुक रहा था खनन
भदोही। धड़ल्ले से चल रहे अवैध बालू खनन की खबर छपने के बाद अंततः चुनाव आयोग के निर्देश पर रविवार को पुलिस ने रामपुर घाट पर छापा मारकर बालू लदी तीन टके पकड़कर सीज कर दी। इस मामले पुलिस ने अवैध खनन में लिप्त माफिया विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ रपट दर्ज करने के बजाए चालक सहित तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रपट दर्ज कर मामले को फिर से ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिलाधिकारी रणवीर सिंह के मुताबिक आज आयोग से निर्देश आया कि रामपुर घाट सहित अन्य घाटों पर बड़े पैमाने पर टके अवैध बालू लादकर जा रही है। इसकी सूचना क्षेत्रीय पुलिस को दी गयी। पुलिस ने बालू लदी तीनों टकों को पकड़कर सीज कर दिया। चालक के पास विजय फिलिंग स्टेशन के नाम से कई पर्ची समेत अन्य कागजात बरामद हुए है।
गौरतलब है कि बालू खनन पर पूर्णतः प्रतिबंध है, लेकिन भदोही में यह काम धड़ल्ले से चल रहा है। यह सब सरकार के शह पर बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा के संरक्षण में। बालू खनन माफिया बड़े पैमाने पर अपने काम को अंजाम दे रहे है। वह भी तब जब प्रशासन चुनाव में व्यस्त है और पुलिस की गश्त सामान्य से कहीं ज्यादा है। इसके बावजूद विजय मिश्रा के गूर्गे बड़े पैमाने पर खनन करा रहे थे। यहां सारा अवैध काम श्री मिश्रा के ईशारे पर ही होता है। इसकी शिकायत पर आयोग के निर्देश पर जिलाधिकारी रणवीर की टीम ने गत दिनों ने छापामारी भी की।
बगैर परमिट के वर्ष 2011 से अब तक लगातार अवैध बालू खनन की पुष्टि के साथ विजय फिलिंग के नाम से अवैध पर्चिया भी पकड़ी गयी, लेकिन जांच अधिकारी ने रिपोर्ट में यह कहकर अज्ञात लोगों के खिलाफ रपट दर्ज करा दिया कि कोई शख्य गवाही नहीं दे रहा। मतलब साफ है, हर बार की तरह प्रशासन इस बार भी बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा के काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए आंखे मूंद ली। क्योंकि प्रशासन जानता है कि उक्त माफिया के खिलाफ कोई आवाज उठायेगा नहीं, अगर किसी ने सच्चाई बयां करने की जुर्रत की तो वह हत्या करा देगा या पुलिस प्रशासन से मिलकर गुंडाएक्ट, जिलाबदर कर गृहस्थी लूटवा लेगा। फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जायेगा और अपनी दुकानदारी चलती रहेगी। ऐसे में इस माफिया के खिलाफ कार्रवाई तभी संभव है जब किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से रिपोर्ट तैयार कराई जायेगी, कार्रवाई बड़े स्तर पर हो।