लोकसभा चुनाव को लेकर भले ही कांग्रेस और भाजपा की ओर से अपनी-अपनी सरकार बनाने के दावे किये जा रहे हों, लेकिन कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने अब मान लिया है कि चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। कांग्रेस को मिलने वाली सीटों के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैं इस बारे में नहीं सोचती, जितनी सीटे मिलेंगी देखा जाएगा।"प्रियंका यहां के मुंशीगंज गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत कर रही थीं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बहन ने राजनीति में आने की संभावना पर कहा, "अभी मेरे बच्चे छोटे हैं, मुझ पर उनकी परवरिश की जिम्मेदारी है, इसलिए मैंने खुद को अमेठी और रायबरेली तक सीमित किया है।"अपनी बात स्पष्ट करते हुए प्रियंका ने कहा, "मैंने देखा है कि जब 12 साल की थी तो मेरी दादी इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी। जब मैं थोड़ा बड़ी हुई तो मेरे पिता राजीव गांधी की भी हत्या कर दी गई, जिससे हमारी पढ़ाई बाधित हुई।"खास बात रही कि प्रियंका ने पत्रकारों से अपने भाई राहुल की चुनावी स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
पूरी चर्चा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से क्षेत्र में उठ रहे सवालों को लेकर प्रियंका गांधी के चेहरे पर शिकन भी नजर आई। उन्होंने माना कि स्थानीय जनता का अपने सांसद से सीधा संवाद कम ही हो पाता है। उन्होंने हालांकि कहा कि चुनाव के बाद अमेठी के संगठन में सुधार किया जाएगा, इसके लिए थोड़ा वक्त चाहिए।