दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को चुनाव आयोग परिसर के आस पास निषेधाज्ञा लागू कर दी क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता वाराणसी में नरेंद्र मोदी की रैली के आयोजन के लिए अनुमति न दिए जाने के विरोध में प्रदर्शन करने वाले थे। आपराधिक आचार संहिता की धारा 144 के तहत लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई और भाजपा कार्यकर्ताओं को समीपवर्ती आकाशवाणी केंद्र की इमारत के पास रोक लिया गया तथा आयोग परिसर की ओर नहीं जाने दिया गया।
इसी बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू और रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। यह मुलाकात वाराणसी लोकसभा सीट के निर्वाचन अधिकारी द्वारा मोदी की रैली की अनुमति न दिए जाने के सिलसिले में थी। इस सीट से मोदी उम्मीदवार हैं।
नायडू ने कहा कि आयोग ने मोदी की रैली की अनुमति न दिए जाने के सिलसिले में एक बैठक के लिए पार्टी नेताओं को बुलाया था। बैठक के लिए जाने से पहले नायडू ने संवाददाताओं को बताया हम यहां चुनाव आयोग के खिलाफ नहीं बल्कि वाराणसी के निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन करने आए हैं। हम चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलने जा रहे हैं। मुलाकात में हम चुनाव आयोग से उन्हें हटाने का आग्रह करेंगे ताकि वहां स्वतंत्र चुनाव हो सके।