यूरोप में आम पर बैन के बाद भारत की फल-सब्जियों को एक और झटका लगा है। सऊदी अरब ने भारतीय मिर्च के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। उसने यह कदम इस मिर्च में कीटनाशक तत्वों की अधिक उपस्थिति का हवाला देते हुए उठाया है। सऊदी अरब भारत से ताजा सब्जियों का पांचवां सबसे बड़ा आयातक है।
भारतीय दूतावास में द्वितीय सचिव (वाणिज्य) सुरिंदर भगत ने इस बैन की पुष्टि करते हुए बताया कि सऊदी अरब के कृषि मंत्रालय द्वारा 30 मई से मिर्च पर प्रतिबंध की सूचना दी गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय अधिकारी इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में सऊदी कृषि मंत्रालय के अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि मिर्च पर बैन का यह फैसला एक भारतीय शिपमेंट की सैंपल टेस्टिंग के बाद लिया गया। शिपमेंट की मिर्च में कीटनाशक तत्वों की अधिक उपस्थिति पाई गई थी। इंडियन स्पाइस बोर्ड के मुताबिक, मिर्च भारत के सबसे बड़े विदेशी मुद्रा कमाने वाले निर्यातों में से एक है। अप्रैल से नवंबर 2013 के बीच भारत से 30 लाख डॉलर की कीमत की मिर्च का निर्यात किया गया था। यह बैन भारत के फल-सब्जी व्यापारियों को हाल में लगा दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले 28 सदस्यों वाली यूरोपियन यूनियन ने 1 मई से अलफांसो आम के आयात पर बैन लगा दिया था।
बीजेपी का सरकार पर निशाना मिर्च पर बैन की खबर के बीच इस फैसले पर राजनीतिक रस्साकशी भी शुरू हो गई है। बैन को लेकर बीजेपी नेता और एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, 'आनंद शर्मा जी, मोदी आलोचना में ही आनंद लेंगे कि शर्म करेंगे। अब हरी मिर्च से सऊदी अरब को मिर्ची लगी। आम के बाद दूसरा बैन।'