आगामी 16 मई को मतगणना के दिन सारे एक्जिट पोल के गलत साबित होने का दावा करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उममीदवार नरेंद्र मोदी की कोई लहर नहीं है और इन चुनावों में मनी और मीडिया हावी रहा।
सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि देश में मोदी की कोई लहर नहीं है और मतगणना के पहले मीडिया ही इसे बड़ा चढ़ाकर दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि 16 मई को मीडिया के सारे दावे झूठे साबित होंगे और जिस तरह वर्ष 2004 और 2009 में सारे एक्जिट पोल के दावे झूठे साबित हुए थे, उसी प्रकार इस बार भी ये झूठे साबित होंगे।
भाजपा पर व्यक्तिवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि पूर्व में भाजपा अपने संगठन पर गर्व करती थी लेकिन अब वहीं पार्टी अपने वरिष्ठ नेताओं को पीछे कर और मोदी को आगे कर व्यक्तिवाद की राजनीति कर रही है। मोदी पर मंच पर भगवान राम की फोटो लगाकर धर्म के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि धर्म के नाम पर वोट मांगना चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के खिलाफ और जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले में मोदी के खिलाफ सख्त निर्णय लेने की मांग की।
एक प्रश्न के उत्तर में सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी कांग्रेस नेता नहीं हैं और उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान केवल अपने परिवार के सदस्यों का ही प्रचार किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने जिस प्रकार भाजपा और मोदी के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दिये उसकी सराहना की जाना चाहिये। टेलीविजन प्रस्तोता अमृता राय से उनके संबंधों को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि वे भी कई नेताओं की कारगुजारियों से अवगत हैं, लेकिन उन्होंने कभी किसी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणियां नहीं की।
छोटे भाई लक्ष्मण सिंह की पत्नी की टिप्पणी के संबंध में उन्होंने यह कहते हुए कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि वह परिवार की बातें बाहर नहीं करते हैं। उन्होंने मप्र सरकार से नर्मदा पर बनाई जाने वाली चिनकी बांध परियोजना पर पुनर्विचार किये जाने की मांग करते हुए कहा कि यदि बांध का निर्माण होता है तो सांकल घाट स्थित आदि शंकराचार्य की तपोस्थली और उनकी गुफा भी डूब में आ जायेगी।