लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में सोमवार को बिहार की छह संसदीय सीटों के लिए मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। बिहार में यह छठे चरण का मतदान था। इस चरण में करीब 57 फीसदी मतदान हुआ। इस बीच बिहार के सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के एक विधायक पर मतदाताओं को पीटने का मामला दर्ज कराया गया है। बिहार में इस चरण में छह संसदीय क्षेत्र वाल्मीकिनगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, वैशाली, सीवान और गोपालगंज संसदीय क्षेत्र में मतदान हुआ। अंतिम चरण में पांच महिला प्रत्याशी सहित 90 उम्मीदवार चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। इन छह संसदीय क्षेत्रों के 90,51,952 मतदाताओं के लिए 8,582 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
बिहार अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि इस चरण में 56़ 67 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया जो पिछले चुनाव से 12़ 3 प्रतिशत अधिक है। सबसे ज्यादा पश्चिम चंपारण क्षेत्र में 60 प्रतिशत जबकि सबसे कम गोपालगंज में 54 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि इस चरण में चार मतदान केंद्रों पर स्थानीय समस्या को लेकर मतदान बहिष्कार की सूचना आयोग को मिली है। लक्ष्मणन के मुताबिक, गोपालगंज के हथुआ के मतदान केंद्र संख्या 205 पर मतदाताओं के साथ जद (यू) के विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय तथा उनके समर्थकों द्वारा मारपीट की घटना हुई है। इस मामले की प्राथमिकी मीरगंज थाना में दर्ज करा दिया है तथा दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावे मतदान के दौरान व्यवधान पैदा करने के आरोप में विभिन्न क्षेत्रों से 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ जगहों से छोटी घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। मतदान के दौरान 58 हजार जवानों को तैनात किया गया। इसमें केंद्रीय सुरक्षा बलों की 142 कंपनियां और बिहार सैन्य बल की 74 कंपनियां शामिल थीं। दियारा इलाकों में निगरानी और गश्ती के लिए घुड़सवार दस्ते की सात टुकड़ियां तथा नदी मार्ग में गश्ती के लिए 36 मोटरवोट लगाए गए। उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा को सील कर दिया गया था।
इस चरण में मतदाताओं ने जिन प्रत्याशियों का सियासी भविष्य ईवीएम में कैद कर दिया है, उनमें प्रमुख हस्तियों में फिल्म निर्देशक प्रकाश झा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, डॉ़ संजय जायसवाल, हिना साहेब, अन्नु शुक्ला, रघुनाथ झा, राधामोहन सिंह और पूर्णमासी राम प्रमुख हैं। सभी सीटों पर कांटे का संघर्ष नजर आया। बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। सभी चरणों का मतदान पूरा होने के बाद सबकी निगाहें अब 16 मई को आने वाले नतीजों पर अिकी हुई हैं।