तेलंगाना नगरपालिका चुनाव परिणाम |
सीमांध्र (तटीय आंध्र प्रदेश व रायलसीमा) और तेलंगाना में हुए नगरपालिका चुनावों के नतीजे आ गए हैं। सीमांध्र में कांग्रेस का जहां सूपड़ा साफ हो गया है, वहीं तेलंगाना में इस पार्टी ने अधिकांश सीटें अपने नाम कर ली है। इसे राज्य में हुए विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के परिणाम के रुझान के तौर पर देखा जा सकता है। अांध्र प्रदेश विभाजन सीमांध्र में कांग्रेस के लिए महंगा साबित होता दिख रहा है। सीमांध्र के 13 जिलों में एक भी नगर निगम या नगरपालिका पर कांग्रेस कब्जा नहीं कर सकी है। हालांकि, तेलंगाना को राज्य का दर्जा मिल जाना इसके लिए फायदेमंद नजर आ रहा है। यहां कांग्रेस ने 16 नगर पालिकाओं को अपने नाम कर लिया, जबकि एक नगर निगम में अन्य से आगे है।
सीमांध्र में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने पांचों नगर निगमों और 58 नगर पालिकाओं में जीत दर्ज की है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने दो नगर निगमों और 16 नगरपालिकाओं में जीत दर्ज की है। जबकि 18 शहरों में त्रिशंकु नगरपालिकाएंहोंगी। सीमांध्र में तेदेपा ने कुल 1,446 सीटों (वार्ड) और वाईएसआरसीपी ने 852 सीटों पर जीत दर्ज की है। अन्य ने 120 सीटें जीती है, जिनमें अधिकांश निर्दलीय हैं। कांग्रेस 55 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है। कड़प्पा और कुरनूल को छोड़ दें तो सीमांध्र में तेदेपा का दबदबा है।
तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने एक नगर निगम और नौ नगर पालिकाओं में जीत दर्ज की है। तेदेपा-भाजपा ने मिलकर सात नगरपालिकाओं पर जीत दर्ज कराई है और मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने एक-एक नगरपालिकाओं पर कब्जा कर लिया है। जबकि 19 शहरों में त्रिशंकु नगरपालिकाएं सामने आई हैं। तेलंगाना में कांग्रेस ने 525 सीटें और टीआरएस ने 313 सीटें जीती हैं। निर्दलीय सहित अन्य ने 355 जबकि तेदेपा-भाजपा गठबंधन को सिर्फ 162 सीटों पर जीत हासिल हुई है। 10 नगर निगमों और 146 नगर पालिकाओं के लिए 30 मार्च को चुनाव हुए थे और इनमें से अधिकांश के परिणामों की घोषणा अपराह्न तीन बजे हुई।