लोकसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म होते ही केंद्र सरकार ने लोगों को महंगाई का एक और तोहफा दे दिया। तेल कंपनियों ने डीजल के दाम में 1.09 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। डीजल के दाम आधी रात से लागू हो गए हैं। इस बढ़ोत्तरी में अलग-अलग राज्यों में लगने वाला वैट शामिल नहीं है, इसलिए डीजल की कीमत में कुल बढ़ोत्तरी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होगी।
दिल्ली मे डीजल के दाम वैट सहित 1.22 रुपये बढ़कर 56.71 रुपये लीटर हो गए हैं, जबकि मुंबई में 1 लीटर डीजल की कीमत 65.21 रुपये हो गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को डीजल के दाम में इस वृद्धि के बाद भी 5.71 रुपये प्रति लीटर का नुकसान होगा। हालांकि, पेट्रोल के दाम में कोई वृद्धि नहीं की गई है। पेट्रोल पर तेल कंपनियों को 50 पैसे लीटर का नुकसान हो रहा है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इससे पहले जनवरी 2013 में एक निर्णय के तहत तेल कंपनियों को हर महीने डीजल के दाम में 40 से 50 पैसे की हल्की वृद्धि करते रहने की अनुमति दी थी। यह वृद्धि तब तक की जानी थी, जब तक कि डीजल पर होने वाला उनका नुकसान समाप्त नहीं हो जाता। तेल कंपनियों ने एक अप्रैल और एक मई 2014 में यह वृद्धि नहीं की। चुनाव के दौरान इस तरह के निर्णय लेने से परहेज किया गया पर सोमवार को उसकी कोर कसर पूरी कर दी। इससे पहले 14 बार में तेल कंपनियों ने डीलज का भाव में कुल 8.33 रुपये लीटर की वृद्धि की थी।