चार राज्यों के निवेशकों के साथ 10,000 करोड रुपये से अधिक की धोखाधड़ी मामले (शारदा चिट फंड घोटाले) में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस घोटाले में पांच राज्यों के लाखों निवेशक दिवालिया हो गए थे.
विशेष जांच दल संयुक्त निदेशक राजीव कुमार के निरीक्षण में मामले की जांच करेगा. पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार से सीबीआई के अधिकारी भी विशेष जांच दल का हिस्सा होंगे. एक सीबीआई अधिकारी ने कहा, विशेष जांच दल जल्द ही प्रासंगिक दस्तावेज इकट्ठे करेगा और उसके बाद शारदा चिट फंड मामले में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करेगा.
शारदा घोटाला मामले की जांच ने पश्चिम बंगाल की राजनीतिक में उथल-पुथल मचा दी है. सर्वोच्च न्यायालय ने बीती नौ मई को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, झारखंड और असम के हजारों निवेशकों ने अप्रैल 2013 को सामने आए इस चिट फंड घोटाले में अपने करोड़ों रुपये गंवाए थे. शारदा ग्रुप के अध्यक्ष सुदीप्त सेन के भविष्य निधि के दिशा निर्देशों के उल्लंघन की बात कबूल करने के बाद फरवरी में कोलकाता की अदालत ने उन्हें तीन साल कैद की सजा सुनाई.