राष्ट्रीय श्रमिक संघ मजबूत, गलत बयानी से श्रमिक भ्रम में न रहेः शर्मा
नरकटियागंज(पच) स्थानीय न्यु स्वेदशी सुगर मिल्स के श्रमिक संगठन के मतभेद सामने आ रहे है। राष्ट्रीय श्रमिक संघ के महामंत्री आरएन शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रबंधन के समर्थन से चल रहे कृष्णा शुक्ल स्वयं को संघ का संयोजक बता कर श्रमिक संघ को अवैधानिक बता रहे है। आरएन शर्मा ने कहा है कि संयोजक के कार्यकाल के बारे में जाने वे प्रबंधन से साठ गाँठ कर कर्मचारियों को गुमराह कर रहे है। संघ का कोई दस्तावेज उनके पास नहीं है और राष्ट्रीय श्रमिक संघ का चुनाव विधिवत फरवरी 2013 में सर्व सम्मति से सम्पन्न हुआ। संविधान के अनुसार उसका रिटर्न फाईल महामंत्री ने सचिवालय में किया। उन्होने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि संघ में कोई मतभेद नहीं संघ पूर्णतः मजबूत है।
घर जलाने और धमकी देने संबंधीत आवेदन
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के सहोदरा थाना अन्तर्गत काँटा टोला देवाड़ गाँव के राजेन्द्र महतो ने सहोदरा थाना में आवेदन देकर उसी गाँव के जगन्नाथ यादव व उनके पुत्रों पर घर में आग लगाने का आरोप लगाया है। राजेन्द्र ने सहोदरा थाना में दिये अपने आवेदन में लिखा है कि 9 जनवरी 2014 की रात 8 बजे जगन्नाथ यादव ने अपने बेटे से कहा कि राजेन्द्र को गोली मार दो और आग लगा दो घर में उसके बाद उनके बेटो ने घर में आग लगा दिया। उसके बाद (राजेन्द्र) उसे पकड़कर मुँह में कट्टा लगा दिया। जेब में रखा रूपया निकाल लिया। आग लगाने से लोहे की चारपाई, 2 मुर्गी, 16 अंडा और घर का सामान व खाना बनाने का सामान जलकर राख हो गया। इस बावत थानाध्यक्ष सहोदरा धनन्जय चैधरी ने बताया कि राजेन्द्र महतो का आवेदन मिला है, मामले की छानबीन की जा रही है।
लौरिया के छँटनीग्रस्त कर्मियों का अनशन खत्म राजनीति शुरू
नरकटियागंज(पच) सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो व विधायक दिलीप वर्मा की पहल पर छँटनीग्रस्त कर्मचारियों का अनशन चैथंे दिन खत्म हो गया। इसके साथ की कर्मचारी 15 दिन से चला रहे अपना आन्दोलन समाप्त कर दिये। आन्दोलन खत्म होने के साथ ही अब कम्पनी के पूर्व सलाहकार राघवशरण पाण्डेय जिनपर कर्मचारियों के साथ छल करने का आरोप है, ने स्वयं आकर दुबारा जूस पिलाकर राजनीतिक रंग दे दिया हैं, जिसकी चर्चा सर्वत्र हो रही है। अनुमण्डल के लौरिया में स्थित एचपीसीएल चीनी मिल की कम्पनी एचबीएल के छँटनीग्रस्त कर्मी 28 दिसम्बर 2013 से लगातार आन्दोलन पर है। इसी क्रम में उन्होंने 8 जनवरी 2014 से आमरण अनशन किया है। उनका कहना है कि कम्पनी के प्रबंधक सलाहकार व अन्य वरीय अधिकारियों ने उनके साथ छल किया और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। छँटनीग्रस्त कर्मचारियों के अनशनकारियों में सुभाष प्रसाद कुशवाहा, दिनेश कुमार, हेमन्त कुमार राव, मंदीप ठाकुर, महम्मद अब्बास, विनय कुमार पाण्डेय, दिनेश कुमार ओर ठाकुर प्रमांेद जो युवा राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष भी है। अनशनकारियों की बिगड़ती हालत को देख अनुमण्डल पदाधिकारी विजय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर बीडीओं लौरिया ने सुभाष प्रसाद कुशवाहा, दिनेश कुमार, महम्मद अब्बास और विनय कुमार पाण्डेय को बेतिया इलाज के लिए भेज दिया है। उसके बाद चैथे दिन सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो व विधायक दिलीप वर्मा की पहल पर मिल प्रबंधन और आन्दोलनकारियों के बीच वार्ता हुई जिसमें अनुमण्डल पदाधिकारी विजय कुमार पाण्डेय, अंचलाधिकारी अवध किशोर ठाकुर भी शामिल हुए। अनशनकारी छँटनीग्रस्त कर्मचारियों से प्रबंधन ने चार बिन्दूओ पर सहमति जतायी। उसके बाद सांसद ने निम्बू का रस पिलाकर अनशन तुड़वाया, अनशन समाप्त होने के बाद अनशकारी कर्मचारी नेताओं व छँटनीग्रस्त कर्मियांे के साथ राजनीति की गयी। जिसके तहत शाम में दूबारा भाजपा नेता राघव शरण पाण्डेय द्वारा अनशनकारियों का अनशन शाम पाँच बजे तोड़वाया गया। विपक्षी दलों ने राघव शरण पाण्डेय की इस कार्रवाई की आलोचना की है।
झुलसी महिला की रास्ते में मौत
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के लौरिया प्रखण्ड के नन्हकार बेलवा गाँव की मइजन महतो की 20 वर्षिया पत्नी रविवार की सुबह साढे सात बजे अपने घर में झुलस गयी। लौरिया पुलिस को चैकीदार ने इस घटना की सूचना दी तब जाकर पुलिस ने लौरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केेन्द्र में डाॅक्टरों ने उसका प्राथमिक इलाज किया और पत्रकारों को बताया कि महिला का नाम समतोला देवी है। चिकित्सको की माने तो 90 फीसद झुलसी समतोला को बेहतर इलाज के लिए बेतिया रेफर कर दिया गया। उसके भाई ने बताया कि इलाज के लिए बेतिया जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयीं। सूत्रों की खबर के अनुसार समतोला देवी का मायका शिकारपुर थाना के कुण्डिलपुर बरगजवा गाँव में है। उसके भाई रामलगन महतों के बयान पर लौरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।
युगद्रष्टा आलोक प्रसाद वर्मा की 56 वीं जयन्ती समारोहपूर्वक मनायी गयी
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) स्थानीय शहर के युगद्रष्टा माना जाने वाले आलोक प्रसाद वर्मा उर्फ ओम जी की 56 वीं जयन्ती पर आलोक विचार मंच द्वारा 12 जनवरी 2014 को हिमालय सिनेमा हाॅल में एक समारोह का आयोजन किया। उक्त अवसर पर उनकी भार्या रश्मि वर्मा ने कहा कि आलोक वर्मा समाजिक कार्यकर्ता थे, वे पार्टी के नाम पर चुनाव अवश्य लडे़ लेकिन उनके साथ सभी दल के लोग रहे। उनका एक ही सपना रहा क्षेत्र का विकास। वे अमीर व गरीब सबके सहयोगी रहे, मानव होने के कारण उनसे गलतियाँ हुई होंगी लेकिन उनकी अच्छाई के आगे वे गौण साबित हुई। शहर व क्षेत्र के बच्चे, बड़े व बुजुर्ग मिलकर उनके विचारों को आगे बढाते हुए शहर व क्षेत्र के विकास के लिए कृतसंकल्पित है। श्रीमती वर्मा ने कहा कि आलोक विचार मंच के लिए वे समर्पित रहेंगी। अगर किसी व्यक्ति को यह कार्यक्रम राजनीति से प्रेरित नजर आ रहा हो तो यह उनकी समझदारी की बात है। यह संगठन आलोक जी के विचारों को लेकर क्षेत्र के विकास के लिए सदैव तत्पर रहेगा। जयन्ती समारोह में शामिल वक्ता डेढ घंटा तक आलोक वर्मा के विचारों से लोगो को अभिभूत करते रहे। 12 जनवरी 1958 को बेतिया अस्पताल में जन्में आलोक प्रसाद वर्मा अपने पिता तारकेश्वर प्रसाद वर्मा की दूसरी संतान थे। उन्हेाने अपनी अद्भूत विलक्षण प्रतिभा के बल पर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया, युवाओं ने उन्हें युगद्रष्टा करार दिया। वे किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं रहते हुए जो काम कर दिखाया वो बहुतेरे महत्वपूर्ण पद पर रहने केबाद भी नहीं कर पाते है। उसके उपरान्त शाम में 4.30 बजे भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें शामिल श्रोता व वक्ता भजन का आनन्द लेते रहे और आनन्द सरोवर में गोता लगाते रहे। कार्यक्रम में आलोक विचार मंच के कार्यकर्ता, परिजन और क्षेत्र के वैसे लोग जो आलोक वर्मा के विचारों से अभिभूत रहे है, अपनी उपस्थिति दर्ज कराते दिखंे।