छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक (डीजीपी) जी.पी. सिंह ने पंजाब और असम में उग्रवाद का उदाहरण देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का खत्मा करने में मुख्य भूमिका छत्तीसगढ़ पुलिस की ही होगी। केंद्र और दूसरे राज्यों की पुलिस का सिर्फ सहयोग लिया जाएगा। शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय के रक्षा अध्ययन विभाग द्वारा शहीद भास्कर दीवान स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत आयोजित एकदिवसीय व्याख्यानमाला में मुख्यवक्ता के रूप में जी.पी. सिंह ने नक्सली गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नक्सली छत्तीसगढ़ में अपने मूल सिद्धांतों से भटककर निहित स्वार्थवश गरीब आदिवासियों का शोषण और प्रताड़ना में संलिप्त हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस बल विषम परिस्थितियों में नक्सलियों का मुकाबला कर रहे हैं। वे नक्सलियों को आम जनता से अलग करने में लगे हुए हैं। डीजीपी ने पावर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से नक्सली और पुलिस की गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया। व्याख्यान के बाद बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रश्न पूछे, जिनके उन्होंने सारगर्भित जवाब दिए।