आवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना ने रविवार को तीसरी बार बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 48 मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इनमें 29 कैबिनेट, 17 राज्य मंत्री और दो उप मंत्री शामिल हैं। समाचार पत्र डेलीस्टार के मुताबिक, राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने राष्ट्रपति कार्यालय बंगभवन में हसीना (66) और उनके नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को शपथ दिलाई।
कृतज्ञता जाहिर करते हुए हसीना ने कहा कि उनके लिए सबसे जरूरी प्रधानमंत्री बनना नहीं, बल्कि लोगों के लिए काम करना है। चुनाव के पूर्व और चुनाव के दौरान हुई हिंसा में देश भर में 21 लोगों के मारे जाने की कई देशों की निंदा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "शेख हसीना किसी भी दबाव में झुकने वाली नहीं है। चाहे वह राष्ट्रीय हो या अंतर्राष्ट्रीय।"
यह पूछे जाने पर कि क्या वे खालिदा जिया नीत बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) से भी मदद लेंगी, उन्होंने कहा, "हम हर किसी का सहयोग चाहते हैं।"प्रधानमंत्री ने कहा कि बीएनपी को सरकार से वार्ता के पहले जमात-ए-इस्लामी के साथ सभी संबंध तोड़ने होंगे। सैनिक तानाशाही के बाद लोकतंत्र बहाल होने पर पिछले दो दशक के दौरान यह तीसरा मौका है जब हसीना देश की प्रधानमंत्री बनी हैं।
नए मंत्रियों में अनिसुल हक को कानून मंत्रालय, मोहम्मद नसीम को स्वास्थ्य, तुफैल अहमद को वाणिज्य, अमीर हुसैन अमू को उद्योग और अनवार हुसैन मंजू को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सौंपा गया है। इससे पहले राष्ट्रपति ने हसीना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। अवामी लीग ने पांच जनवरी को हुए आम चुनाव में जीत हासिल की थी, जिसका विपक्ष ने बहिष्कार किया था। जातीय पार्टी के अध्यक्ष एच.एम.इरशाद ने भी शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि पांच जनवरी को 300 सीटों पर हुए चुनाव में कुल 292 सांसद निर्वाचित हुए थे। मतदान 147 संसदीय सीटों के लिए हुए थे और 153 सीटों पर कोई मुकाबला नहीं हुआ था। अवामी लीग ने 232 सीटों पर जीत हासिल की थी।