सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आर एम लोढा के नेतृत्व वाले कॉलेजियम ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए पूर्व सॉलिसिटर जनरल गोपाल सुब्रह्मण्यम और रोहिंगटन एफ नरीमन को न्यायाधीश बनाने की सरकार से सिफारिश की है।
कॉलेजियम ने जिन चार व्यक्तियों को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की है। उनमें कलकत्ता एवं उडीसा उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश क्रमश: न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल के अलावा गोपाल सुब्रह्मण्यम और रोहिंगटन नरीमन शामिल हैं।
आमतौर पर वकीलों को सीधे न्यायाधीश नियुक्त करने का प्रचलन नहीं है। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार न्यायमूर्ति एस.एम सिकरी को 1964 में वकील से सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। जो 1973 में मुख्य न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उसके बाद न्यायमूर्ति एस सी राय को 1971 में तथा न्यायमूर्ति कुलदीप सिंह को 1988 में सीधे न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। न्यायमूर्ति राय की मृत्यु चार माह के भीतर ही हो गई थी, जबकि न्यायमूर्ति सिंह 1996 में सेवानिवृत्त हुए थे।