अन्नाद्रमुक प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में प्रचारित किये जा रहे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन देने संबंधी बयान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद के मलयसामी को आज पार्टी से निष्कासित कर दिया।
मलयसामी ने कल यहां एक बयान में कहा था कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्नाद्रमुक में यदि वैचारिक भिन्नता न हो, तो मोदी मुख्यमंत्री जयललिता के सबसे बड़े मित्र हो सकते हैं। उन्होंने यह कहते हुये आरोप लगाया कि यदि मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं, तो जयललिता उनकी करीब होंगी, लेकिन इससे अन्नाद्रमुक में विवाद उत्पन्न होगा।
दूसरी तरफ जयललिता ने संवाददाताओं से कहा था कि अभी तो 16 मई को घोषित होने वाले चुनाव परिणामों की प्रतीक्षा है। इससे पहले एक न्यूज चैनल ने अपने एग्जिट पोल में बताया था कि भाजपा और उसके सहयोगी दलों को 279 सीटें हासिल होंगी, जो कि बहुमत से सात सीट अधिक है, जबकि कांग्रेस दहाई संख्या में ही सिमट जायेगी। एग्जिट पोल के मुताबिक जयललिता की पार्टी 32 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी होगी।