देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में उदय तथा देश की दशा और दिशा बदलने के उनके वादे ने युवाओं को खूब प्रभावित किया। यही कारण रहा कि चुनावों के दिन युवाओं ने बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया। नतीजे सामने आने के बाद देश के युवा चाहते हैं कि सत्ता में आने वाली भाजपा की नई सरकार अपने वादों को पूरा करे। ज्यादातर युवाओं ने कहा कि भ्रष्टाचार और मंहगाई को खत्म करना, नौकरी के अवसर बढ़ाना तथा महिलाओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।
गुवाहाटी की 27 वर्षीया अवंतिका पॉल ने बताया, "मैं नई सरकार को लेकर आशान्वित हूं, लेकिन कुछ आशंकाएं भी हैं। ज्यादातर उदारपंथियों की तरह मुझे भी आशंका है कि उनके आने से सोशल मीडिया, पाश्चात्य संस्कृति आदि पर पर नियंत्रण लग सकता है। वहीं 'गे राइट्स' (समलैंगिकों के अधिकार) व अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के विषय को लेकर भी मन में सवाल हैं।"पेशे से पायलट ऋषि महेंद्रू ने बताया, "मेरी नजर में कई ऐसे काबिल युवा हैं जो कम पैसे कमा रहे हैं या बेरोजगार हैं। कुछ तो देश छोड़कर बाहर भी जा रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि नई सरकार देश में नौकरी के अवसर बढ़ाएगी।"
मोदी का समर्थन करने वाली 28 वर्षीया मीमांसा शेखर का मानना है कि नई सरकार देश को 'राजवंशीय राजनीति'से दूर ले जाएगी। साथ ही भ्रष्टाचार और मंहगाई भी देश में एक अहम समस्या है। बेंगलुरू में रहने वाले 20 वर्षीय छात्र तेनजिंग युत्सो ने कहा, "मोदी का भारी मतों से जीतना यह दर्शाता है कि देश बदलाव चाहता है। मैंने भी भाजपा को मत दिया और अब चाहता हूं कि नई सरकार अपने वादे पूरे करे। नीतियों में सुधार के अलावा महिलाओं की सुरक्षा और देश में उन्हें बराबरी का हक दिया जाना चाहिए।"
गृहिणी प्रिया रमन का मानना है कि महिलाओं की सुरक्षा इस समय सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सरकार अगर अपने वादे पूरे करती है तभी वह उम्मीदों पर खरा उतरेगी।