- गिरफ्तार नेताओं को रिहा करें सरकार नहीं तो राज्य भर में होगा उग्र आंदोलनःप्रिंस
पटना सिटी, 13 जनवरी 2014। 8 जनवरी को विधान सभा मार्च के दौरान एआईएसएफ के प्रदर्षन पर हुए बर्बर लाठीचार्ज, गिरफ्तार 36 छात्र नेताओं की रिहाई, फर्जी मुकदमा वापस लेने, लाठीचार्ज के दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने, बढ़ते गैंग रेप पर रोक लगाने, छात्राओं की सुरक्षा की गरांटी करने के सवाल पर एआईएसएफ बिहार राज्य परिषद द्वारा आहुत रेल रोको रास्ता रोको अभियान के तहत आज पटना सिटी आरपीएम काॅलेज की छात्राओं ने जुलूस निकालकर चैक षिकारपुर को एक धंटे तक जाम रखा। आरपीएम काॅलेज से भारी संख्या में निकली छात्राओं ने गिरफ्तार छात्रों को रिहा करो, लाठीचार्ज के दोशी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करो, फर्जी मुकदमा वापस लो, छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी करो, जन आंदोलनों पर पुलिसिया दमन नहीं सहेंगे, बढ़ते गौग रेप पर रोक लगाओं, नीतीष कुमार मुर्दाबाद, षिक्षा मंत्री होष में आओ आदि नारा लगाते हुए चैक षिकारपुर पहुंचकर सड़क को जाम कर दिया।
प्रदर्षन का नेतृत्व संगठन के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार व मगध विष्वविद्यालय की यूआर आरती कुमारी ने किया। एक धंटे तक सड़क जाम रहने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बाद में स्थानीय पुलिस ने प्रदर्षनकारियों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। इसके बाद सड़क पर ही एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए संगठन के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार ने कहा कि बिहार सरकार लगातार छात्रों के आंदोलन पर दमन कर रही है। पिछले 8 जनवरी को शांतिपूर्ण प्रदर्षन कर रहे छात्रों को जिस तरह सड़क पर पीटा वह अंग्रेजी हुकुमत की याद दिला दी। उन्होनंे कहा कि सरकार गिरफ्तार 36 छात्र नेताओं को बिना षर्त रिहा करे व फर्जी मुकदमा वापस ले साथ ही प्रदर्षन के दौरान लाठीचार्ज के दोशी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करें नही ंतो राज्य भर में छात्रों का प्रदर्षन उग्र होगा और यह हिंसक रूप लिया तो इसका जिम्मेवार नीतीष सरकार होगी। सभा को संबोधित करते हुए यूआर आरती कुमारी ने कहा कि आज छात्राएं खुद को सुरक्षित महषुस नहीं कर रही हैं। लगातार बिहार में गैंग रेप की घटनाएं घर रही है जिसे सरकार रोकने में विफल हैं। जब छात्र-छात्राएं प्रदर्षन करती हैं तो उनपर सरकार लाठी चलवाती है। आरती ने कहा कि सरकार जल्द एआईएसएफ के नेताओं से वार्ता करें नहीं तो इससे भी उग्र आंदोलन किया जायेगा।
प्रदर्षन में आलोक कुमार, राकेष कुमार, सलोनी कुमारी, अर्पणा कुमारी, पम्मी कुमारी, सुमन कुमारी, महक सोनी, राधा, षिल्पी कुमारी, सुशमा कुमारी, सिम्पल सोनी, खुषबू कुमारी, निषा कुमारी, नेहा कुमारी, प्रियंका कुमारी, रिचा कुमारी, पूजा कुमारी, जयश्री कौर, सुनीता कुमारी के अलावा दर्जनों छात्राएं प्रदर्षन में षामिल थी।