ब्यास नदी हादसे के बाद अब तक कुल 8 शव ब्यास नदी से निकाले जा चुके हैं. 16 छात्र अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. बचावकर्ताओं ने गुरुवार को मंडी शहर के करीब ब्यास नदी से दो और छात्रों के शव बरामद कर लिए. खराब मौसम की वजह से तलाशी अभियान में बाधा आ रही है. पिछले रविवार को हैदराबाद के एक इंजीनियरिग कॉलेज के 24 विद्यार्थियों का एक दल ब्यास नदी के तेज प्रवाह में बह गया था. गुरुवार को मिले एक शव की शिनाख्त टी. उपेंद्र के रूप में हुई है.
हादसे को चार दिन बीत चुके हैं, इसके बावजूद लापता विद्यार्थियों को खोजने के लिए अलग-अलग एजेंसियों के 550 से अधिक बचावकर्ता अभी तलाश अभियान में जुटे हुए हैं. बुधवार को भी बारिश ने बचाव अभियान में रोड़े अटकाए. तेलंगाना के गृहमंत्री नयानी नरसिम्हा रेड्डी ने हादसे के बाद से ही मंडी में डेरा डाला हुआ है. उन्होंने बताया, 'मैं बचाव अभियान से संतुष्ट हूं. वे अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं.'तेलंगाना के सांसद एपी जितेंद्र रेड्डी भी फिलहाल मंडी में ही हैं.
गौरतलब है कि हादसा रविवार शाम उस समय हुआ, जब मनाली दौरे पर आई छात्रों की एक टीम डैम में पानी में बह गई. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एम. शशिधर रेड्डी एनडीआरएफ द्वारा चलाए जा रहे बचाव और तलाश अभियान का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंच गए. घटनास्थल राजधानी शिमला से करीब 200 किलोमीटर दूर है.