सिंचाई का तरीका बदलकर पानी की बूंद-बूंद का उपयोग करना होगा----प्रभारी मंत्री श्री मलैया
पानी के बिना तरक्की नहीं हो सकती है। विकास के लिए पानी का सदुपयोग करना होगा। देश एवं प्रदेश के विकास के लिए कृषि के साथ सिंचाई का तरीका भी बदलना होगा और पानी की एक-एक बूंद का उपयोग करना होगा। प्रदेश सरकार स्ंप्रिकलर सिंचाई पर जोरों से काम कर रही है। यह बातें म.प्र. शासन के म.प्र. शासन के वित्त्, वाणिज्यिक कर योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी एवं जल संसाधन मंत्री तथा बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया ने आज लालबर्रा में सरपंचों एवं जल उपभोक्ता संथाओं के अध्यक्षों से चर्चा के दौरान कही। इस दौरान म.प्र शासन के किसान कल्याण एवं कृषि हविकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण राठी, सहायक कलेक्टर श्री दीपक आर्य भी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने कार्यक्रम में कहा कि इजराईल की तर्ज पर हमें भी खेती का पैटर्न बदलना होगा और सिंचाई का तरीका भी बदलना होगा। सिंचाई जलाशयों में उपलब्ध पानी की एक-एक बूंद का सदुपयोग करने के लिए स्ंप्रिकलर सिंचाई प्रणाली पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है और इस पर जोरों से काम किया जा रहा है। सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए नहरों के नवीनीकरण एवं जलाशयों के जिर्णोध्दार पर भी काम किया जा रहा है।
ढूटी का पानी घोटी तक पहुंचेगा
कार्यक्रम में मौजूद जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनने के बाद नई सरकार ने वैनगंगा सिंचाई प्रणाली की नहरों में लाईनिंग कार्य के लिए 128 करोड़ रु. की सौगात दी है। ढूटी परियोजना की नहरों के लाईनिंग कार्य के पूर्ण होने पर अंतिम छोर के ग्रामों में भी सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा। नहरों से पहले 40 प्रतिशत व्यर्थ में बह जाता था। लाईनिंग कार्य के बाद ढूटी का पानी अंतिम छोर के ग्राम घोटी तक पहुंचने लगेगा।
सर्राटी जलाशय के लिए 76 करोड़ रु. की योजना
मंत्री श्री बिसेन ने कार्यक्रम में बताया कि सर्राटी जलाशय के जिर्णोध्दार के लिए प्रदेश सरकार ने 76 करोड़ रु. की मंजूरी प्रदान कर दी है। शीघ्र ही इस कार्य के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी और जिर्णोध्दार का कार्य प्रारंभ किया जायेगा। सर्राटी जलाशय की नहरों एवं जलाशय की एप्रोच रोड का भी निर्माण किया जायेगा। श्री बिसेन ने बताया कि लालबर्रा क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के लिए मुरमनाला जलाशय की उंचाई 6 फीट बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही पांच साल के भीतर मुरमनाला एवं कटंगझरी जलाशय का कार्य भी पूर्ण कर लिया जायेगा।
लालबर्रा को नगर पंचायत का दर्जा मिलेगा
मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि ग्राम पंचायत पांढरवानी, पनबिहरी, मानपुर, अमोली एवं औवल्याकन्हार को मिलाकर 20 हजार की आबादी होने पर लालबर्रा को नगर पंचायत का दर्जा दिलाया जायेगा। ये पांच ग्राम पंचायतें शीघ्र ही इस आशय का प्रस्ताव पारित करती है तो आने वाले नगरीय निकाय चुनाव के पूर्व लालबर्रा को नगर पंचायत का दर्जा मिल जायेगा।
लालबर्रा जनपद के भवन के लिए 50 लाख रु. मंजूर
मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि लालबर्रा के जनपद पंचायत भवन के लिए 50 लाख रु. की राशि मंजूर कर दी गई है। इस भवन का कार्य भी शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि लालबर्रा विकासखंड में मंडी निधि से 58 करोड़ रु. की सड़के बनाई जायेगी। ये सड़के म.प्र. राज्य सड़क विकास प्राधिकरण के मापदंडों के अनुसार बनाई जायेंगी।
प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने टेकाड़ी जलाशय का किया निरीक्षण, पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा जलाशय
म.प्र. शासन के म.प्र. शासन के वित्त्, वाणिज्यिक कर योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी एवं जल संसाधन मंत्री तथा बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया ने आज लालबर्रा तहसील के अंतर्गत आने वाले टेकाड़ी जलाशय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान म.प्र. शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण राठी, सहायक कलेक्टर श्री दीपक आर्य, जल संसाधन विभाग वैनगंगा कछार के मुख्य अभियंता श्री आर.एस. रघुवंशी, अधीक्षण यंत्री श्री पी.के. मुदगल भी मौजूद थे। कृषि मंत्री श्री बिसेन ने प्रभारी मंत्री को सर्राटी(टेकाड़ी) जलाशय की स्थिति के बारे में बताया कि यह जलाशय 100 वषों से अधिक पुराना हो चुका है और इसकी नहरें भी जीर्ण शीर्ण हो चुकी है। जलाशय का वाटर फाल भी टूट चुका है। जलाशय पुराना होने के कारण टूट भी सकता है। इसके विश्राम गृह का जिर्णोध्दार भी आवश्यक है। वन क्षेत्र से लगा होने के कारण यहां पर वन्य प्राणियों का आना-जाना भी लगा रहता है। प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने जलाशय की स्थिति देखने के बाद कहा कि इसे नये सिरे से बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग अब विश्राम गृह नहीं बनता है, बल्कि पर्यटन विकास निगम को विश्राम गृह बनाने का काम दिया जा रहा है। सर्राटी जलाशय का विश्राम गृह जल संसाधन विभाग द्वारा बनाया जायेगा और उसे भी पर्यटन विकास निगम को सौंपा जायेगा। सर्राटी जलाशय को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सर्राटी जलाशय के विश्राम गृह के लिए 25 लाख रु. की राशि प्रस्तावित है। जलाशय के किनारे से एप्रोच रोड भी बनाई जायेगी।
प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने ढूटी नहर के लाईनिंग कार्य का किया निरीक्षण
म.प्र. शासन के म.प्र. शासन के वित्त्, वाणिज्यिक कर योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी एवं जल संसाधन मंत्री तथा बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयंत मलैया ने आज लालबर्रा के समीप ढूटी परियोजना की नहर के लाईनिंग कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान म.प्र. शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण राठी, सहायक कलेक्टर श्री दीपक आर्य, जल संसाधन विभाग वैनगंगा कछार के मुख्य अभियंता श्री आर.एस. रघुवंशी, अधीक्षण यंत्री श्री पी.के. मुदगल भी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री श्री मलैया ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से लाईनिंग कार्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों से कहा कि वे इस कार्य को पूर्ण गुणवत्ता के साथ करें। लाईनिंग के कार्य में नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जाये। जिससे किसानों को सिंचाई के लिए अधिक पानी मिल सके।