पटना। उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के एलसीटी घाट, गंग स्थली में श्री अर्जुन मांझी और उनकी पत्नी रीता देवी रहती हैं। सपति रद्दी कागज आदि चुनकर जीविका चलाते हैं। दोनों की लाडली बेटी सुमन कुमारी को इंसेफ्लाइटिस रोग हो गया। रद्दी कागज आदि चुनकर जीविका चलाने वालों ने रकम जमा किए थे। उनके सभी सुरक्षित रकम बीमारी में व्यय हो गया। तब जाकर वह दुआ और दवा के बल पर ठीक हो सकी। अभिभावकों एवं परिजनों ने सुमन कुमारी को मौत के मुंह से निकाल पाने में सफल हो गए।
अर्जुन मांझी कहते है कि किसी तरह जान तो बचा लिए परन्तु आंख की गायब रोशनी को वापस नहीं दिला सके। हालांकि सातों देवताओं के साथ मनुष्यदेवा को पूजा करके मनाया गया। इस तरह की अंधविश्वासी खेल से फायदा नहीं हुआ। नामी अस्पताल कुर्जी अस्पताल के चिकित्सकों से भी दिखाया गया। चिकित्सकों का कहना है कि सुमन कुमारी की आंख की रोशनी वापस करने में दिक्कत आ रही है। उसके दिमाग का ‘नस’ सूख गया है। उसको सूखे नस को खुलवाने में मोटी रकम खर्च करनी पड़ेगी। दो जून की रोटी जुगाड़ करने में हालत खराब हो जाती है। तब लाखों रूपए बीमारी में किस तरह से खर्च कर पाएंगे!
रीता देवी कहती हैं कि हमर सुमनवा जुवान होने लगी हैं। अब उसे अकेले बाहर छोड़ने पर डर लगने लगा है। जमाना खराब हो गया है। कब ऊंच-नीच न हो जाए! आंख की रोषनी रहती तो बाल्यावस्था में ही शादी करके कुआं उड़ा देते। असफल प्रयास किया गया। दिन ढलने के साथ ही सुमन कुमारी यौवनावस्था में जा रही है। इसके कारण धृतराष्ट बन गयी हैं। इसको लेकर अभिभावक चिन्तित होने लगे हैं।
इस बीच पटना जिले के जिलाधिकारी डाॅ.एन सरवण कुमार बैठक की है। राजधानी के सभी 110 झुग्गी बस्ती की पहचान कर ली गयी है। इसके आलोक में 33 स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। इनमें चिकित्सक, एएनएम एवं 46 आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाएगी। इस बैठक में सिविल सर्जन डाॅ. केके मिश्रा सहित अन्य अस्पतालों के चिकित्सा प्रभारी मौजूद थे।अब समझा जा सकता है कि झुग्गी बस्तीवासियों के अच्छे दिन आ गए है। यहां चिकित्सक आएंगे। दवा-दारू वितरण करेंगे। रोगियों की समस्या का समाधान करेंगे। जरूर ही अर्जुन मांझी और रीता देवी की लाडली बेटी सुमन कुमारी की आंख की रोशनी वापस कर पाने में सफल हो जाएंगे।विशेषकर डीएम साहब से उम्मीद है कि आप व्यक्तिगत रूचि लेकर एल.सी.टी.घाट स्थित गंग स्थली में आने का कष्ट करेंगे। यहां पर दर्जनों लोग टी.बी.बीमारी से मर चुके हैं। अभी हाल में सुरता मांझी की मौत हो गयी है। उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के सदस्य परमेश्वर मांझी के अनुसार मुखिया सुधीर कुमार बीपीएल में नाम देखना चाहता है। जिसके कारण सुरता मांझी की विधवा सुशीला देवी को कबीर अंत्येष्टि योजना की राशि नहीं मिल सकी । इसके कारण हिन्दू होने के बावजूद भी पति के शव को गंगा किनारे दफनाने को मजबूर हो गयीं।
आलोक कुमार
बिहार