यूपीए सरकार के कार्यकाल में देरी से ऑफिस आने की आदत रखने वाले बाबुओं की खैर नहीं है. सरकार इस मामले में काफी सख्त हो गई है. इस दिशा में एक बड़ा कदम शहरी विकास और गरीबी उन्मूलन मंत्री वेंकैया नायडू ने उठाया है. उन्होंने अपने मातहतों को हिदायत दी है कि वे अपनी-अपनी सीटों पर 9 बजे तक आ जाएं. यह खबर एक अंग्रेजी अखबार ने दी है. अखबार ने लिखा है कि नायडू सुबह जब निर्माण भवन स्थित अपने दफ्तर में पहुंचे तो उसे खाली पाया. उन्होंने कुछ कार्यालयों का निरीक्षण किया और देखा कि अफसरों और कर्मचारियों के कक्ष खाली पड़े हैं और वे पहुंचे भी नहीं थे.
उन्होंने देखा कि दफ्तरों में जहां-तहां बिजली के तार लटक रहे हैं और सफाई का नामोंनिशान नहीं है. मंत्री को यह देखकर काफी नाराजगी हुई. केंद्र सरकार के कर्मचारियों को कायदे से 9 बजे कार्यालय पहुंच जाना चाहिए लेकिन इस नियम का शायद ही पालन होता है. ज्यादातर कार्यालयों में अफसर और कर्मचारी देर से आते हैं और जल्दी जाने की कोशिश करते हैं. कुछ सूत्रों ने पत्र को बताया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी खुद जल्दी कार्यालय पहुंचकर एक उदाहरण पेश कर रहे हैं, इसलिए सभी विभागों ने सर्कुलर जारी करके अपने अफसरों और कर्मचारियों को आगाह किया है कि वे समय पर आएं. इसका असर दिखना शुरू हो गया है और काफी तादाद में अफसर समय पर आने लगे हैं.
बताया जाता है कि नायडू ने यह भी कहा है कि राज्यों के अधिकारियों और मंत्रियों को अपने काम के लिए दिल्ली आना पड़ता है लेकिन अब ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि दिल्ली से ही लोग उन राज्यों में जाएंगे.