दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अपने कानून मंत्री सोमनाथ भारती का बचाव किया और कहा कि उनकी सरकार के मंत्री सोमनाथ भारती ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं की है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सोमनाथ और उनके मुवक्किल पवन कुमार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उन पर अभियोजन पक्ष के एक गवाह से फोन पर बात कर उसे प्रभावित करने का आरोप लगाए जाने के बाद उन पर यह मामला दर्ज किया गया।
अरविंद ने पत्रकारों को बताया, "सोमनाथ भारती जूनियर स्तर के एक अधिकारी को बचाने की कोशिश कर रहे थे, तथा इसके लिए किए गए स्टिंग को न्यायाधीशों ने सबूतों से छेड़छाड़ कहा है।"अरविंद ने आगे कहा, "हम वीडियो रिकॉर्डिग देने के लिए तैयार हैं। आप खुद इसे देखकर बताएं कि सबूतों से छेड़छाड़ कहां हुआ है। मैंने सोमनाथ से रिकॉर्डिग को मीडिया में देने के लिए कह दिया है।"
अरविंद ने सोमनाथ के मामले का विवरण देते हुए कहा, "हमें इस पूरे मामले को समझने की जरूरत है। यह 100 करोड़ रुपयों के भ्रष्टाचार का मामला है। यह भ्रष्टाचार एक बैंक के ही अंदर हुआ है।"उन्होंने बताया, "जब भी कोई कुछ बेचता है, तो एक ऋण पत्र प्राप्त करता है। इस मामले में फर्जी ऋण पत्र दिए गए तथा बैंक के कई वरिष्ठ अधिकारी इसमें संलिप्त हैं।"
अरविंद ने यह भी कहा कि सीबीआई ने कनिष्ठ स्तर के एक अधिकारी पवन कुमार को बलि का बकरा बनाकर गिरफ्तार कर लिया है। अरविंद ने कहा, "बैंक में सभी इस बात की ही चर्चा कर रहे हैं कि पवन कुमार को फंसाया गया है। पवन ने एक स्टिंग किया और सभी वरिष्ठ अधिकारियों को बताया।"