पश्चिम बंगाल पुलिस ने नार्थ व्रूक जूट मिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एच के माहेश्वरी की हत्या के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। सीईओ की हत्या के बाद हुगली स्थित इस फैक्ट्री में काम अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक सुनील गुप्ता के अनुसार इस मामले में दो लोगों को सुबह गिरफ्तार किया गया। इनके साथ ही अभी तक छह लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों की पहचान की है। घटना के समय फैक्ट्री में 200 कर्मचारी मौजूद थे। काम के घंटों और वेतन को लेकर प्रबंधन और मजदूरों के बीच विवाद चल रहा था।
विवाद ने उस समय उग्र रूप ले लिया जब माहेश्वरी और उनके दो सहयोगियों के साथ मजदूरों ने मारपीट की। बाद में माहेश्वरी ने कोलकाता के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनके दोनों सहयोगियों का ईलाज चल रहा है। घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है और पूरे क्षेत्र में पुलिस तैनात कर दी गयी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि इस घटना के पीछे भाजपा और माकपा के लोगों का हाथ है। उन्होंने कहा कि सुनने में आया है कि भाजपा और माकपा के यूनियन के लोग अपनी मांग के लिए मिल में जुटे थे। जब महेश्वरी उनकी बात सुनने आए तो उन लोगों ने उन पर हमला कर दिया। राज्य सरकार के श्रम मंत्री पुरनेंदू बासु का कहना है कि राज्य सरकार की छवि खराब करने के लिए यह विपक्ष की साजिश है।