शारदा चिट फंड घोटाले के सरगना सुदीप्त सेन और निलंबित तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष समेत छह आरोपियों को अदालत ने सोमवार को 7 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया। आरोपी के वकील ने यह जानकारी दी। शारदा ग्रुप के सहायक सेन और घोष के अलावा, अन्य आरोपियों में मुख्य सहयोगी और कर्मचारी देवजानी मुखर्जी, मनोज नागेल, सोमनाथ दत्ता हैं। करोड़ों के इस घोटाले की जांच करने वाली सीबीआई की हिरासत में इन्हें भेज दिया गया है।
आरोपी के वकील ने कहा, "सीबीआई के वकील सौम्यजीत राहा ने सभी आरोपियों की सात दिन की हिरासत की मांग की थी, लेकिन अभियोजन और बचाव पक्ष को सुनने के बाद अदालत ने सीबीआई को सात दिनों की हिरासत दी।"अप्रैल 2013 को सेन और मुखर्जी को कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था। समूह की मीडिया शाखा को देखने वाले घोष को पिछले साल नवंबर में राज्य पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। बाकी तीनों को इसके बाद गिरफ्तार किया गया था।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए तृणमूल से निलंबित घोष ने राज्य के इस सबसे बड़े घोटाले में कई पार्टियों के लोगों की संलिप्तता का आरोप लगाया है। अदालत ले जाते समय घोष ने कहा, "मैं अदालत से आज जमानत नहीं मांगूंगा। सीबीआई की हिरासत में जाने को मैं उत्सुक हूं। जो कुछ मैं जानता हूं उन्हें बताऊंगा।"पिछले साल अप्रैल में सामने आने वाले इस घोटाले में 20 लाख से ज्यादा लोगों को ठगा गया है।