मिस्र की एक अदालत ने सोमवार को समाचार चैनल अल जजीरा के तीन पत्रकारों को सात साल कारावास की सजा सुनाई है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, कारावास की सजा का ऐलान पीटर ग्रेस्टे, मोहम्मद फाहमी और बाहेर मोहम्मद के लिए किया गया। ग्रेस्ते और फाहमी को सात साल कारावास की सजा जबकि बाहेर को हथियार रखने के आरोप में तीन साल अतिरिक्त कारावास सुनाया गया है।
अभियोजन पक्ष ने सूबत के तौर पर बीबीसी पॉडकास्ट, ऑस्ट्रेलियाई गायक गोटये के वीडियो सहित कई गैर मिस्री मुद्दे की रिकार्डिग पेश की थी। वहीं बचाव पक्ष की दलील थी कि उन्हें गलती से गिरफ्तार कर लिया गया है और अभियोजन पक्ष एक भी आरोप साबित करने में नाकाम रहा है।
हालांकि, अल जजीरा के एक पत्रकार अब्दुल्ला अल शैमी को 17 जून को स्वास्थ आधार पर रिहा कर दिया गया। उसने बिना किसी आरोप के कारावास में रखे जाने पर 147 दिनों तक भूख हड़ताल की थी।