बढ़े यात्री रेल किराये और माल भाड़े को तुरंत वापस लेने के लिए लाए गए प्रस्ताव को सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंजूरी दे दी। राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्था चटर्जी द्वारा लाए गए प्रस्ताव में कहा गया, "केंद्र सरकार ने हाल में मालभाड़े और यात्री किराये में क्रमश: 6.5 प्रतिशत और 14.2 प्रतिशत की वृद्धि कर एक अभूतपूर्व स्थिति पैदा कर दी। इस वजह से जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे। यह निर्णय करोड़ों भारतीयों का जीवन कष्टकारी बना रहा है।" चटर्जी ने प्रस्ताव में अब तक के सर्वाधिक किराया वृद्धि को अप्रत्याशित और अभूतपूर्व बताया।
विपक्षी दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता सूर्य कांत मिश्रा ने प्रस्ताव का समर्थन किया। यह प्रस्ताव एक पत्र के रूप में केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, जिसमें रेल किराया वृद्धि वापस लेने की विनती की गई है। वहीं, किराया वृद्धि के खिलाफ राज्यभर में एक सप्ताह तक आंदोलन चलाने की घोषणा करने वाली सत्तारूढ़ तृणमूल ने सोमवार को दिन में शहर में विरोध रैली निकाली।
वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा ने शनिवार को सभी 19 जिलों के रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में विरोध-प्रदर्शन आयोजित किए।