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बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (25 जून)

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चिन्नालाल ने छोड़ी शराब, नशे की लत से मुक्त हुआ
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एक बार जिस व्यक्ति को शराब की लत लग जाये तो वह उसे कभी छोड़ना नहीं चाहता है। लेकिन कुछ शराबियों को धीरे से समझ आने लगता है कि शराब का नशा करना घर-परिवार के साथ ही सेहत के लिए भी नुकसान दायक है। ऐसा ही कुछ चिन्नालाल के साथ भी हुआ। शराब के नशे में डूबे रहने वाले चिन्नालाल को देर-सबेर एहसास हुआ की उसे शराब छोड़ देना चाहिए। उसकी दृढ़ इच्छा शक्ति एवं नशामुक्ति केन्द्र की मेहनत से आखिर में उसे नशे की लत से छुटकारा दिला ही दिया है। कटंगी विकासखंड की ग्राम पंचायत मानेगांव का सचिव चिन्नालाल मेश्राम को शराब की लत लग गई थी। वह दिन में भी शराब पीकर रहता था। शराब के सेवन के कारण वह पंचायत का काम भी ठीक ढंग से नहीं कर पाता था। ग्रामीण जनता भी शराब सचिव से परेशान रहती थी। शराबी सचिव से छुटकारा पाने के लिए ग्रामीणों द्वारा उसकी शिकायत जनपद पंचायत कटंगी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से की जाती थी। जनपद पंचायत कटंगी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री व्ही.एस. ठकराव ने सचिव चिन्नालाल मेश्राम को कड़ी चेतावनी दी कि यदि उसके द्वारा शराब का सेवन बंद नहीं किया गया तो उसे पद से हटा दिया जायेगा। ग्रामीणों के रोज-रोज के तानों से परेशान चिन्नालाल पर मु.का.अ. की इस चेतावनी ने अपना असर दिखाया और उसने श्री ठकराव से ही नशामुक्ति पाने का रास्ता पूछ लिया। मु.का.अ. श्री ठकराव ने चिन्नालाल से कहा कि वे नशामुक्ति के लिए लिखित में आवेदन करे। चिन्नालाल मेश्राम ने बकायदा नशामुक्त होने के लिए आवेदन दिया। जिस पर मु.का.अ. श्री ठकराव ने उप संचालक सामाजिक न्याय श्री धनंजय मिश्रा से चर्चा कर चिन्नालाल को भटेरा चौकी बालाघाट में संचालित नशा मुक्ति केन्द्र में पहुंचा दिया गया। नशा मुक्ति केन्द्र में कुशल चिकित्सा पध्दति, परामर्श एवं योग के द्वारा उपचार कर चिन्नलाल मेश्राम की शराब की लत को पूरी तरह से छुड़ा दिया गया है। शराब की लत से छुटकारा पाने के बाद चिन्नलाल अब अपने सचिव के दायित्वों का अच्छे से निर्वहन करने लग गया है। ग्रामीणों को भी अब उससे कोई शिकायत नहीं है। 

आदिवासी वित्त विकास निगम की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए जागृति शिविरों का आयोजन
अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को विभिन्न रोजगार मूलक गतिविधियों एवं व्यवसाय से जोड़कर आत्म निर्भर बनाने के लिए आदिवासी वित्त एवं विकास निगम द्वारा टंटयाभील स्वरोजगार योजना संचालित की जा रही है। इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के मकसद से आदिवासी विकास विभाग द्वारा जिले के तीन विकासखंडों में जागृति शिविरों के आयोजन का कार्यक्रम बनाया गया है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री सत्येन्द्र मरकाम ने इस संबंध में बताया कि आदिवासी युवाओं को टंटया भील स्वरोजगार योजना की जानकारी देने एवं उनके प्रकरण तैयार करने के लिए 26 जून को उत्कृष्ट विद्यालय परसवाड़ा के प्रांगण में दोपहर 12 बजे से जागृति शिविर लगाया जा रहा है। इसी प्रकार 27 जून को विकासखंड कार्यालय बिरसा के प्रांगण में एवं 28 जून को उत्कृष्ट विद्यालय बैहर के प्रांगण में दोपहर 12 बजे से जागृति शिविर लगाया जायेगा। आदिवासी वर्ग के युवाओं से अपील की गई है कि वे इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर स्वरोजगार योजना का लाभ उठायें।

बंधक श्रम प्रथा समाप्ति के लिए जिला एवं अनुविभाग स्तर पर समिति गठित
बंधक श्रम प्रथा की समाप्ति के लिए कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल द्वारा जिला एवं अनुविभाग स्तर पर सर्तकता समिति का गठन कर दिया गया है। जिले में कहीं पर बंधक श्रम प्रथा पाये जाने पर इन समितियों को सूचना दी जा सकती है। बंधक श्रम प्रथा की समाप्ति के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सर्तकता समिति बनाई गई है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को इस समिति का सदस्य सचिव बनाया गया है। इस समिति में पुलिस अधीक्षक, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, मोहबट्टा के नन्हूसिंह टेकाम, ग्राम कुंडे के रविन्द्र सिंह कुंभरे, बोरी के महेन्द्र मेश्राम, कोसमी के हरि गौतम एवं बालाघाट के ठाकुर लल्लनसिंह को सदस्य बनाया गया है। बालाघाट अनुविभाग स्तर की समिति में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है तथा भरेवली के मुकेन्द्र मेश्राम, बालाघाट की साधना शुक्ला, चनेवाड़ा की गीता कुम्हरे, भरवेली के मोबिन खान व पिपरझरी के देवीशंकर टेंभरे को सदस्य बनाया गया है। बैहर अनुविभाग स्तर की समिति में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है तथा मानेगांव के झंकार सिंह मरावी, मलाजखंड के बजरूसिंह मरावी, पौनी की कमला भोंडेकर, समनापुर-उकवा के यशवंत शरणागत, बंजारीटोला के चैनलाल बाहेश्वर को सदस्य बनाया गया है। लांजी अनुविभाग स्तर की समिति में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है तथा कुम्हारीकला के दंलीचंद राजनीरे, मनेरी के सुभाष सहारे, बोलेगांव के कमलेश जुमड़े, लांजी के अशोक बापूरे, प्रवीण उमरे व मोहरा की शकुन्तला पारधी को सदस्य बनाया गया है। वारासिवनी अनुविभाग स्तर की समिति में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है तथा कंजई की तारावती उईके, सालेबर्डी के वासुदेव वासनिक, कौलीवाड़ा के चुन्नीदास गजभिये, मुरझड़ फार्म के मुकेश पारधी, नेवरगांव-वा. के जितेन्द्र बोपचे व वारासिवनी की अर्चना वायकर पारधी को सदस्य बनाया गया है। 

पंचायतों के आम निर्वाचन के लिये फोटोयुक्त मतदाता-सूची तैयार करने का कार्यक्रम जारी
  • सूची का अंतिम प्रकाशन 10 नवम्बर, 2014 को

मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2014-15 के लिये फोटोयुक्त मतदाता-सूची तैयार करने का कार्यक्रम जारी कर दिया है। सूची के संबंध में किसी भी समस्या के समाधान के लिये आयोग के उप सचिव श्री दीपक सक्सेना अथवा अवर सचिव श्री पी.एन. यादव से सम्पर्क किया जा सकता है। प्रथम चरण में रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की नियुक्ति आगामी एक जुलाई तक की जायेगी। प्रारंभिक मतदाता-सूची तैयार करने के लिये कर्मचारियों का चयन और प्रशिक्षण 3 जुलाई तक होगा। आगामी 7 जुलाई तक विधानसभा निर्वाचन नामावली विकासखण्डवार पृथक कर सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध करवाई जायेगी। मूल निर्वाचन नामावली में अनुपूरक-सूचियों का समावेश और उसमें ग्राम-पंचायत, ग्राम और वार्ड को चिन्हित करने तथा आधार-पत्रक तैयार करने का कार्य 22 जुलाई तक पूर्ण करना है। प्रत्येक ग्राम-पंचायत की मतदाता-सूची को वार्डवार मार्किंग कर प्रारूप मतदाता-सूची 11 अगस्त तक तैयार की जायेगी। निर्वाचक नामावली की प्रति 13 अगस्त को वेण्डर को दी जायेगी। वेण्डर द्वारा वार्डवार मतदाता-सूची की चेक-लिस्ट 30 अगस्त, 2014 तक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध करवाई जायेगी। इस अधिकारी द्वारा त्रुटियों में सुधार के बाद चेक-लिस्ट 9 सितम्बर तक वेण्डर को दी जायेगी। वेण्डर द्वारा प्रारूप प्रकाशन-सूची मुद्रण कर 15 सितम्बर तक निर्वाचन कार्यालय को प्रदाय की जायेगी। द्वितीय चरण में मतदाता-सूचियों के प्रकाशन के संबंध में संबंधित व्यक्तियों को पूर्व में सूचना भेजने तथा प्रचार-प्रसार करने का कार्य 16 सितम्बर तक किया जायेगा। प्राधिकृत कर्मचारियों का प्रशिक्षण एवं सामग्री वितरण 19 सितम्बर तक होगा। मतदाता-सूचियों के संबंध में सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन और दावे तथा आपत्तियाँ प्राप्त करने का कार्य 23 सितम्बर से शुरू होगा और अंतिम तारीख 9 अक्टूबर होगी। प्राप्त दावों तथा आपत्तियों को 17 अक्टूबर तक निपटाया जायेगा। इनके निराकरण के बाद परिवर्धन, संशोधन और विलोपन की पाण्डुलिपि तथा फार्म क, ख, ग वेण्डर को 21 अक्टूबर तक दिया जायेगा। वेण्डर से प्राप्त चेक-लिस्ट में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा जाँच एवं संशोधन 27 अक्टूबर तक किया जायेगा। वेण्डर द्वारा मतदाता-सूची की अनुपूरक-सूची का मुद्रण कर 31 अक्टूबर तक जिला कार्यालय को दी जायेगी। अनुपूरक-सूचियों को मूल सूचियों के साथ 7 नवम्बर तक जोड़ा जायेगा। सूची का अंतिम प्रकाशन 10 नवम्बर को होगा। सूची विक्रय के लिये 10 नवम्बर से उपलब्ध होगी।

कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने रेल मंत्री से की भेंट, बालाघाट-जबलपुर रेल लाइन को ब्रडगेज करने एवं उर्वरक रेक प्वाइंट बढ़ाने की रखी मांग
कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने गत दिवस दिल्ली में रेल मंत्री श्री डी.व्‍ही. सदानंद गौड़ा से भेंट की। जबलपुर सांसद श्री राकेश सिंह भी उनके साथ थे। श्री बिसेन और श्री सिंह ने  बालाघाट तथा जबलपुर रेल लाइन को नैरोगेज से ब्रडगेज बनाने की माँग की। श्री बिसेन ने रेल मंत्री को बताया कि गोंदिया-बालाघाट-जबलपुर रेलवे लाइन में गोंदिया से बालाघाट तक रेलवे लाइन ब्रडगेज हो गयी है। बालाघाट से जबलपुर के बीच रेलवे लाइन को ब्रडगेज बनाया जाना बाकी है। साथ ही बालाघाट से कटंगी तक भी रेलवे लाइन ब्रडगेज हो गयी है। कटंगी से तिरोड़ी के बीच 14 किलोमीटर रेल लाइन को ब्रडगेज किये जाने, बालाघाट से नागपुर तक पूरी रेलवे लाइन ब्रडगेज हो जाने से क्षेत्र के सभी लोगों को फायदा होगा। साथ ही रेलवे लाइन ब्रडगेज करने के साथ ही सभी क्रासिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज भी बनाने की बात रखी। सांसद श्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र के लोगों की यह माँग बहुत पुरानी है और पूर्व प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी के समय परियोजना को प्रारंभ भी किया गया था, किन्तु अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि जबलपुर-गोंदिया ब्रडगेज प्रोजेक्ट को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जब प्रारम्भ किया था तब इसकी लागत 511 करोड़ ऑंकी गई थी और इसको पूरा करने की अवधि पाँच साल थी। आज प्रोजेक्ट की लागत 1300 करोड़ हो गई है। लोकसभा चुनाव के समय भी संकल्प-पत्र में इस प्रोजेक्ट का उल्लेख किया गया था, अतः इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूर्ण किया जाय। श्री बिसेन ने रेल मंत्री से प्रदेश में उर्वरकों के आवागमन तथा परिवहन को सुचा  बनाये रखने के लिए 24 रेक प्वाइंट की अधोसंरचना विकास की आवश्यकता बतलायी। साथ ही ओबेदुल्लागंज, सिंगरोली, वटवा तथा बुधनी में नवीन रेक प्वाइंट प्रारम्भ किये जाने की माँग रखी

बिसेन दंपत्ति ने दिशांत के निधन पर दी शोक श्रद्धांजली

बालाघाट। भाजपा के वरिष्ठ नेता और ग्राम पंचायत खारी के पूर्व सरपंच सदाराम गोंदुड़े के 8 वर्षीय नाती दिषांत के निधन पर म.प्र.शासन के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री गौरीषंकर बिसेन व अंत्योदय समिति जिला उपाध्यक्ष श्रीमति रेखा बिसेन ने शोक संवेदना व्यक्त कर श्रद्धांजली अर्पित की है। बताया गया कि सदाराम जी का नाती दिषांत सुबह 8.30 बजे शौचक्रिया के लिये ग्राम समीप सर्राटी नदी के रेत खदान पर गया था, जहां पैर फिसलने से उसकी मृत्यु हो गई। गौरतलब हो कि मंत्री बिसेन दिल्ली प्रवास पर है, सूचना मिलते ही आपने दूरभाष पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुये वस्तु स्थिति का जायजा लिया। आपने प्रशासन को कहा कि गुनाहगारों को सजा मिले और एस.डी.एम. वारासिवनी के माध्यम से कलेक्टर बालाघाट को निर्देष किये कि शौचक्रिया के दौरान बालक दिषांत की मृत्यु हुई है, जिसका प्राकृतिक आपदा अंतर्गत  प्रकरण तैयार कर डेढ़ लाख की राशि का भुगतान किया जाये। युवा जोड़ो संयोजक मौसम एवं युवाओं ने भी शोक संवेदना व्यक्त की और आपस में राषि का संकलन कर मृतक के अंतिम संस्कार हेतु 10 हजार की राषि परिजनों को सहयोग के रूप में प्रदान की। जिसमें राजेश गोस्वामी, प्रशांत जैन, प्रसन्न अवधिया, दिलीप पंचेश्वर, देवेन्द्र गोलू ठाकरे, मनोज पारधी, रमाकांत डहाके, गजेन्द्र भारद्वाज, योगेश बिसेन सहित अन्य युवाओ ने इस पुनित कार्य में अपना सहयोग प्रदान किया। बिसेन दंपत्ति ने दिशांत के निधन पर गोंदुड़े परिवार को इस असहनीय दुख को सहन करने एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने हेतु परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की।

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