राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को देश के कृषि संस्थानों के पेशेवरों से अगले चरण की हरित क्रांति का नेतृत्व करने के लिए 'प्रतिबद्ध, सक्षम और कठोर परिश्रम'का आह्वान किया। यहां के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय की स्वर्ण जयंती दीक्षांत समारोह में मुखर्जी ने कहा, "अगली हरित क्रांति के लिए हमें कृषि संस्थानों से प्रतिबद्ध, सक्षम और कठोर परिश्रमी पेशेवरों की जरूरत है।"
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की सफलता में कृषि विश्वविद्यालयों की 'बड़ी भागीदारी'होती है। उन्होंने आगे कहा कि 'उनके प्रदर्शन का दारोमदार'तैयार होने वाले स्नातकों पर निर्भर है। उन्होंने उल्लेख किया कि गुजरते समय में कृषि विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता खराब होती गई है।
मुखर्जी ने कहा, "विश्वविख्यात ताक्षशिला एवं नालंदा विश्वविद्यालय में कृषि की शिक्षा दी जाती थी। लेकिन बीतते वर्षो में हम अपनी स्थिति को कायम रखने में कामयाब नहीं रह सके। हमारे कृषि विश्वविद्यालयों को आज वैश्विक मान्यता नहीं है।"