बिहार के वित्त मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव का 12 वर्षीय नाती मनीष कुमार उर्फ गुड्डु बुधवार रात अपहर्ताओं के चंगुल से आजाद हो गया। पुलिस को वह मधेपुरा जिले के कटहरवा गांव में मिला। इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, चार लोगों ने मनीष को स्कूल जाते वक्त जबरन बोलेरो में बिठा लिया था और फिर उसे एक कमरे में बंद कर रखा गया था। अपहर्ताओं ने उसकी आंख पर पट्टी बांध दी थी। उसे बुधवार को मुरलीगंज स्टेशन पर रेलगाड़ी में बिठा कर कहीं ले जा रहे थे, लेकिन यात्रा के दौरान शौचालय जाने के क्रम में वह बुधवा रेलवे स्टेशन पर उतर गया और रेलगाड़ी चल पड़ी। जिसके बाद भटकते हुए वह कटहरवा गांव पहुंच गया।
हालांकि, मधेपुरा के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने गुरुवार को बताया कि पुलिस की दबिश के कारण अपहर्ताओं ने मनीष को छोड़ दिया था। भटकते हुए वह कटहरवा गांव पहुंचा जहां ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिस मनीष से मिली। मनीष पूरी तरह से ठीक है।
उल्लेखनीय है कि सुपौल जिले के पिपरा के बेलोखरा निवासी परमेश्वरी प्रसाद यादव का पुत्र मनीष परसा के एम़ एऩ पब्लिक स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र है। वह एक जुलाई को साईकिल से अपने छोटे भाई राजकुमार के साथ स्कूल के लिए निकला था। रास्ते में बारिश होने के कारण मनीष ने छोटे भाई को साइकिल लेकर चकला गांव से वापस घर भेज दिया। इसके बाद मनीष का कोई पता नहीं चल पा रहा था।
सुपौल के एक कॉलेज के प्राध्यापक और मंत्री के दामाद परमेश्वरी प्रसाद यादव और उनके परिजनों ने मनीष की काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया। इसके बाद मनीष के परिजनों ने किशनपुर थाना में चार जुलाई को अपहरण का मामला दर्ज कराया। सुपौल के पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका के नेतृत्व में पुलिस मनीष की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी, जिसके बाद उसे कटहरवा गांव में पाया गया।