मध्य प्रदेश विधानसभा में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के खिलाफ लाया गया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने स्वीकार कर लिया है। वहीं कांग्रेस ने इस कार्रवाई को विपक्ष को धमकाने वाला कदम करार दिया है। विधानसभा में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भांजी रितु चौहान की राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) में सफलता के बाद उप जिलाधिकारी के पद पर नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए थे। साथ ही आरोप लगाया था कि रितु के आवेदन में खामियां होने के बावजूद उसे मंजूर किया गया। अपने आरोप के पक्ष में कटारे ने कुछ दस्तावेज भी पेश किए थे।
भाजपा का आरोप है कि कटारे ने सदन को गुमराह करते हुए कूटरचित दस्तावेज पेश किए हैं। इसे लेकर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा व वन मंत्री गौरी शंकर शेजवार ने कटारे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की सूचना दी।
सदन में मंगलवार को मंत्री शेजवार व मिश्रा ने कटारे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव रखा और कहा कि कटारे ने गलत तथ्य देकर मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल किया है। साथ ही सदन के समय का दुरुपयोग किया है, इसलिए इनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष कटारे, विधायक मुकेश नायक, रामनिवास रावत और डॉ. गोविंद सिंह ने सत्तापक्ष पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार प्रतिपक्ष पर दवाब बना रही है और धमकाना चाहती है। उन्होंने विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को लोकतंत्र की हत्या करार दिया।