योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी वेद प्रताप वैदिक ने पाकिस्तान में जमात-उद-दावा के प्रमुख और 2008 के मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद से अपनी मुलाकात को लेकर उठे विवादों के बीच मंगलवार को कहा कि लाहौर में सईद से वह एक पत्रकार की हैसियत से मिले थे। वैदिक ने संवाददाताओं से कहा, "मैं सईद से एक पत्रकार की हैसियत से मिला। मेरे लिए सभी दरवाजे खुले हैं।"
सईद से मुलाकात के कारण वैदिक फिलहाल कांग्रेस के निशाने पर हैं। इस मामले में कांग्रेस की कड़ी आलोचना झेलने वाले वैदिक ने कहा, "मैं किसी व्यक्ति या किसी पार्टी के करीब नहीं हूं। मैं कांग्रेस के धुर विरोधी के रूप में जाना जाता हूं। कांग्रेस मुझे इसलिए इस मामले से जोड़ रही है, ताकि वह मेरे जरिय सरकार पर हमला कर सके।"
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उन्हें 'आरएसएस का व्यक्ति'बताए जाने पर वैदिक ने कहा कि वह इस मामले में मानहानि का मुकदमा नहीं करेंगे, क्योंकि कांग्रेस नेता के मुकाबले वह 'बहुत छोटे इंसान'हैं।
वैदिक ने यह भी जोर देकर कहा कि सईद के साथ उनकी मुलाकात का जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, "यदि मैंने कश्मीर को भारत से अलग करने की बात की हो तो आप मेरा सिर कलम कर सकते हैं। मैं ऐसा नहीं चाहता। कश्मीर को भारत से अलग करना सबसे बड़ी मूर्खता होगी। मैं चाहता हूं कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान को जोड़ने में पुल का काम करे।"