- ‘छात्र माँग दिवस’ पर कैम्पसों में एक साथ आंदोलन
- -23 जुलाई को विश्वविद्यालय मुख्यालयों पर प्रदर्शन का ऐलान
पटना। सूबे के सैकड़ों काॅलेजों में गुरूवार को एक साथ छात्र एआईएसएफ के राष्ट्रव्यापी आंदोलन पर शैक्षणिक सवालों को लेकर उग्र आंदोलन किया। संगठन के राष्ट्रीय परिषद ने देश में व्याप्त शैक्षणिक अराजकता, छात्र संघ चुनाव कराने, शिक्षक कर्मियों की बहाली, उत्तरपुस्तिकाओं का पुर्नमूल्यांकन को लेकर आंदोलन की धोषणा की थी। संगठन के आह्वान पर गुरूवार को सूबे के काॅलेजों एआईएसएफ से जुड़े छात्रों ने मांगों को लेकर उग्र आंदोलन किया। कई जिलों में काॅलेज में प्रदर्शन के बाद स़कड जाम किया। एआईएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष परवेज आलम व राज्य सचिव सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी। पटना विवि पर प्रदर्शन के दौरान पीयू कुलपति के द्वारा सुनाए जा रहे फरमानों के खिलाफ छात्रों का आक्रोश फूटा। शिक्षा के निजीकरण बाजारीकरण के खिलाफ, समान स्कूल प्रणाली लागू करने, पाटलिपुत्र विवि बनाने, पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के अलावा स्थानीय सवालों को लेकर छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया। कैम्पसों में जुलूस व सभा का आयोजन किया गया।
पटना में एएन काॅलेज, बीडी काॅलेज, काॅलेज आॅफ काॅमर्स, पटना काॅलेज, साइंस काॅलेज, आॅर्टस काॅलेज, मगध महिला, बीएन काॅलेज व दरभंगा हाउस में प्रदर्शन किया गया। पटना के एएन काॅलेज व काॅलेज आॅफ काॅमर्स में आंदोलन का नेतृत्व पटना जिला सचिव आकाश गौरव ने किया। विभिन्न सभाओं में छात्र नेताओं ने केन्द्र व राज्य सरकार को शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के बदाली को दूर नहीं करेगी तो संगठन आगे इससे भी उग्र आंदोलन करेगा। अगले कार्यक्रम की धोषणा करते हुए संगठन के राज्य सचिव सुशील कुमार ने का कि बिहार के सभी विश्वविद्यालय मुख्यालयों पर चंद्रशेखर आजाद के जन्म दिवस के अवसर पर 23 जुलाई को एआईएसफ प्रदर्शन करेगा।