इस्लामिक हमास मूवमेंट और फिलीस्तीनी चरमपंथी गिरोह संयुक्त राष्ट्र की अपील पर गुरुवार को इजरायल के साथ मानवीय आधार पर पांच घंटे के संघर्ष विराम के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन बावजूद इसके गाजा में इजरायली हवाई हमले में मरने वालों की संख्या 227 हो गई है। संघर्ष विराम की वजह से तटीय इलाके में मानवीय सहायता शुरू की जाएगी। हमास मूवमेंट के प्रवक्ता सामी अबु जुहरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विभिन्न फिलीस्तीनी संगठनों और राजनीतिक पार्टियों से बातचीत करने के बाद संयुक्त राष्ट्र के पांच घंटे के संघर्ष विराम प्रस्ताव को स्वीकार किया गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, हमास के एक पदाधिकारी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर हमास और अन्य फिलीस्तीनी संगठन गुरुवार को पांच घंटे तक इजरायल पर रॉकेट हमला रोकने के लिए तैयार हो गए हैं। लेकिन इस दौरान यदि इजरायल की ओर से गाजा पर कोई हमला होता है तो इसका जवाब दिया जाएगा। इजरायल और हमास के बीच जारी लड़ाई के दौरान यह पहला संघर्ष विराम है।
यह अस्थायी संघर्ष विराम तब संभव हुआ है जब फिलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और शीर्ष हमास नेता काहिरा में मिस्र की मध्यस्थता में स्थायी संघर्ष विराम के प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून के मध्य पूर्व राजदूत राबर्ट सेरी ने एक ईमेल प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि गाजा में संघर्ष विराम एक मानवीय मुद्दा है जिससे गाजा के लोगों की मदद की कोशिश की जा रही है।
सेरी ने कहा, "संघर्ष विराम को सफल होते देखना महत्वपूर्ण है और मुझे उम्मीद है कि संघर्ष विराम स्थायी होगा और सभी मानवीय मुद्दों और समस्याओं को जल्द सुलझा लिया जाएगा।"गाजा पट्टी में जैसे ही संघर्ष विराम प्रभाव में आया लोग अपने घरों से खरीददारी करने निकले और सड़कें वाहनों से भरी नजर आईं। संघर्ष विराम से पहले इजरायली हवाई हमले में गुरुवार को पांच अन्य फिलीस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ कर 227 हो गई।