विक्रम सीमेंट खोर सहकारी भंडार किराणा दुकानें सील -
- घोटाले व भ्रष्टाचार को लेकर बंटा था पर्चा, 30 साल में फैक्ट्री प्रबंधन ने पहली बार की बडी कार्रवाई
नीमच। 20 जुलाई विक्रम सीमेंट खोर के विक्रम हाॅस्पिटल प्रांगण में विक्रम सीमेंट एम्पलाई सहकारी भंडार लि. की तीन किराणा दुकानों में अनियमिता व भ्रष्टाचार का मामला प्रकाष में आया है। जिसे विक्रम सीमेंट प्रबंधन द्वारा सील कर रिकार्ड को जांच में लिया है। साथ ही जिला खाद्य आपूर्ति विभाग को भी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दिनों विक्रम सीमेंट खोर के जागरूक श्रमिक ठेकेदारों एवं कर्मचारियों द्वारा विक्रम सीमेंट के मुख्य प्रबंधक को सहकारी भंडार में अनियमितता और घोटाले की जांच के लिए एक खुला पत्र जारी किया था। यह पत्र सीमेंट फैक्ट्री में बंटा था। इसी पत्र केा आधार मानकर 16 जुलाई की शाम को प्रबंधन द्वारा सहकारी भंडार की तीनों किराणा दुकानों के रिकार्ड जब्त कर दुकानों को सील कर दिया गया था। खुले पत्र में इनटेक के महामंत्री दिलीपसिंह राठोड़ को ब्लेक लिस्टेड सावनसिंह ठेकेदार द्वारा अवैध कमीशन के चक्कर में केन्टीन एवं ट्रांसपोर्ट का ठेका में अनियमितता की श्री राठोड ने जी.एम.इंजि. (जेडसा) एवं उषा इंजि. के मेके निकल्म विभाग के मेन्टनेन्स के लाखों रूपयों के फर्जी बिल पास कराने, 40 ठेकेदारों से मोटी रकम का कमीशन प्रतिमाह लेने साथ ही केन्टीन ठेका आनंद टेªडिग कम्पनी के नाम है लेकिन इससे भी एक लाख का कमीशन लेने आदि भ्रष्टाचार में एक अन्य कर्मचारी का पूरा हाथ होने के आरोप का उल्लेख भी किया गया। श्री राठोड़ पर निजि बंदूक खुले आम लेकर लोगों को डराने का भी आरोप पत्र में उल्लेख किया गया है कर्मचारियों श्रमिकों के मकान आवंटन की प्रक्रिया में परिवर्तन के नाम पर शराब, अययाशी की नाजायज मांग का भी उल्लेख इस खुले पत्र में किया गया है जिसमें लक्ष्मणसिंह (कम्पनी के हेडपम्प) का मुख्य सहयोग रहता है श्री राठोड द्वारा जमीनेां के गलत भाव बताकर क्रय-विक्रय कर लाखों रूपयों की धोखाधड़ी करने का आरोप भी पत्र में लगाया गया है। दिलीपसिंह राठोड को धनकुबेर बनाने में शम्भुपुरा स्थित आदित्य सीमेंट में कार्यरत प्रबंधक अधिकारी चन्द्रशेखर का वरहस्त है कल फकीर जो साईकल पर था आज करोड़पति कैसे बन गया। दिलीपसिंह राठोर की लडकी की शादी जयपुर में पढ़ाई कर रही है उसे गल्फ कन्ट्री में सैटल्ड किया गया है एक बेटी बेटा भंवरकुवर विेदशी कम्पनी में कार्यरत है एक अन्य कर्मचारी नेताओं की खातिरदारी भी करता है आरोपी जिसमें जावद केसरपुरा के लोग भी शामिल है श्री राठोड ने पृथ्वीसिंह, गणपतसिंह, बजरंग सिंह प्रकाश मीणा आदि को नोकरी से रिश्वत नहीं देने के कारण बिना कारण निकलवा दिया था। कर्मचारियों श्रमिकों ने महामंत्री दिलिपसिंह राठोड़ के घोटालों व भ्रष्टाचार की जांच कर कंपनी के नियमों एवं अधिकार की पालना करवाते हुये श्रमिकों के हितों के साथ होने वाले अन्याय से बचाने की मांग की है यदि शीघ्र ही राठौड़ के खिलाफ उच्च स्तरीय निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई नहंी हुई तो कम्पनी को इसी लाखों रूपये का चूना लगता रहेगा जिसें रोकना कम्पनी के विकास के लिए आवश्यक है। सोमवार को सील गई दूकानों की जांच विक्रम प्रबंधन द्वारा की गई। दिनभर चली जांच में सहकार भंडार के दस्तावेजों को खंगाला गया।
क्या कहते है जिम्मेदार -
वैसे तो में प्रतिक्रिया देने के लिए अधिकृत नहीं हूॅ लेकिन उच्चअधिकारियों के निर्देश पर ही विभागीय कार्रवाई की गई है यह कम्पनी का भीतरी मामला है शिकायत पर अचानक निरिक्षण की सामान्य वार्षिक निरिक्षण की प्रक्रिया है ए.आर.पंजीयक की जांच के बाद स्टाक का सही सत्यापन सामने आयेगा जांच 17 से 23 जुलाई तक पूरी होगी। : एस.सी.जोशी, सहकारी प्रबंधक ()मो-9425975560
-मैं छुटटी पर हूॅ तथा बाहर हूॅ मैं किसी भी जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं हूॅ। : विक्रान्त बजाज, सोसायटी प्रबंधन सचिव, मो. 9669828179
-विरोधी असामाजिक तत्व जो फेक्ट्री से निकाले गये है उनके द्वारा मेरे 29 साल की बेदाग छवि को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है मुझ पर लगायें गये आरोप झूठे और बेबुनियाद है आरोपों का कोई परिणाम नहीं है सबूत हो तो सामने आये वे हर प्रकार की न्यायालय की कार्रवाई का सामना करने को तैयार है इसका अर्थ मामला स्वार्थो से जुड़ा झूठा है। : दिलीपसिंह राठोड़ महामंत्री इनटेक, ()मो. 9425108275
न्यायिककर्मी चंद्रषेखर बैरागी का आकस्मिक निधन
- जिला न्यायालय परिसर में कर्मचारी संघ ने शोक सभा कर दी श्रद्धाजंलि
नीमच। चतुर्थश्रेणी न्यायिक कर्मचारी चंद्रषेखर पिता मदनदास बैरागी का लंबी बीमारी के बाद गत 19-20 जुलाई की मध्यरात्रि को आकस्मिक निधन हो गया। 55 वर्षीय श्री बैरागी मूलतः नारायणगढ़ जिला मंदसौर के निवासी होकर वर्तमान में मनासा न्यायालय में पदस्थ थे। बिमारी के चलते वे विगत 4-5 माह से अवकाष पर चल रहे। निधन के बाद अंतिम संस्कार 20 जुलाई को उनके निज निवासी नारायणगढ़ में हुआ। उनके आकस्मिक दुःखद निधन पर सोमवार शाम 5 बजे जिला न्यायालय परिसर में मप्र न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा शोक सभा रखी गई। इसमें न्यायिक परिवार के सभी न्यायाधीषगण व कर्मचारी शामिल हुए। प्रारंभ में शोक पत्र का वाचन संघ जिलाध्यक्ष महेष जांगड़े ने किया। तत्पष्चात सभी ने दो मिनट का मौन रख श्री बैरागी की श्रद्धाजंलि दी और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईष्वर से प्रार्थना की। शोक सभा में जिला एवं सत्र न्यायाधीष षिप्रा शर्मा, एडीजे आरपी वाष्र्णेय, ओपीएस रघुवंषी, हमेंत जोषी, सीजेएम संजीव गुप्ता, न्याधीष वर्ग-1 अभिषेक गौड़, उत्तमकुमार डार्वी, न्यायाधीष वर्ग-2 सुनील चैधरी, विजय पांडे, मौना शुक्ना पांडे, जिला विधिक सहायता अधिकारी और न्यायिक कर्मचारी संघ के सभी सदस्य मौजूद थे।
नपा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी, सहयोग की चैपाल में विकास नगर वासियों ने नगरपालिका को जमकर कोसा
नीमच 21 जुलाई। प्रबुद्ध लोगों की काॅलोनी कही जाने वाली विकास नगर 14/3 के बाद विकास नगर 14/2 के यातायात पार्क में सहयोग संस्था की चैपाल में विकास नगर के नागरिकों ने नगरपालिका के प्रति जमकर आक्रोष व्यक्त कर कोसा। चैपाल में डाॅ.एम.एल.जैन ने कहा कि वर्षों से नगरपालिका में नाला बनाने की गुहार लगा रहे हैं। नपा अध्यक्ष स्वयं स्थिति देखकर दो दिन में इंजीनियर भेजने की कह गई, परन्तु दो साल गुजर गये, परन्तु कोई नहीं आया। बरसात में सडकों का पानी घरों में घुस जाता है। वरिष्ठ अभिभाषक मोहनलाल नेहरा ने कहा कि सहयोग के सदस्य नगर में अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। नगरपालिका एवं प्रषासन बिना कहीं जाये समस्याओं से अवगत हो रहा है तो सहयोग की चैपाल में उठाये जा रही समस्याओं को प्रमुखता से हल करना चाहिए। ओमप्रकाष बटवाल ने कहा कि 15 वर्षों से काॅलोनी में सडकों का निर्माण नहीं हुआ। हरिषचन्द्र नागदे ने कहा कि रात में आवारा तत्व तेज गाडियां लेकर निकलते है।, महिलाओं पर अषोभनीय कमेन्ट करते हैं। इन्हीं लोगों द्वारा महिलाओं के गले से चैन खींचने की वारदातें आए-दिन होती रहती है। आवारा पषुओं के कारण भी सडक पर चलना दुभर है। विकास एवं सुरक्षा समिति, विकास नगर के अध्यक्ष षिवनारायण वर्मा ने नालियों की सफाई, सडक, पार्क में टूटी फुटी लाईट, काॅलोनी में पडे खाली प्लाट, पेयजल संकट, पेवर टाईल्स इत्यादि कई समस्याओं को लेकर काॅलोनीवासियों की तरफ से नगरपालिका को प्रेषित करने हेतु एक पत्र भी दिया। चैपाल के आरंभ में डाॅ.पृथ्वीसिंह वर्मा ने सहयोग संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यों की संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहा कि सहयोग संस्था की यह 12 वीं चैपाल है। सहयोग ने षहर के अतिरिक्त ग्रामीण अंचल में जाकर भी समस्याओं को हल करने की दिषा में सहयोग प्रदान करने की पहल की है। सहयोग के संस्थापक किषोर जेवरिया ने कहा कि हमारा मकसद आपकी समस्याओं को दूर करने में सहयोगी बनना है। विकास नगर की चैपाल में जो समस्याएं उभरकर आई हैं, कमोबेष इन सभी समस्याओं से पूरा षहर त्रस्त है। जनता ने जिन लोगों को चुनकर भेजा, उन्होंने अपने दायित्व का निर्वाह नहीं किया। कमीषनखोरी और भ्रष्टाचार के लिये कुख्यात हो रहे हैं परन्तु वे करोडों रूपयों के अनावष्यक कार्य करवाने में रूचि रखते हैं परन्तु मामूली खर्च में हल की जाने वाली जनता की समस्याओं की ओर देखने की भी उन्हें फुर्सत नहीं है। चैपाल में जीवनसिंह पंवार, जे.सी.सोनार, रतन योगी, सुभाष षर्मा, रघुनंदन पाराषर, किषोर कुमार कर्णिक, मांगीलाल चंदेरिया, मदनलाल वर्मा, भगवानलाल यादव, एन.के.गुप्ता, मनीष षारदा, बलवंतसिंह जैन, राजीव चैधरी, के.ए.गुरनानी, नोतनदास दादवानी, अंकितकुमार जोषी, मुरलीधर प्रेमाणी, जगदीषचंद्र लोंगड, लक्ष्मीनारायण, ओमप्रकाष बंसल, षांतिलाल छाजेड सहित बडी संख्या में काॅलोनीवासी उपस्थित थे।