केंद्रीय शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू सोमवार को उस वक्त हैरान रह गए, जब औचक निरीक्षण के दौरान उन्हें अपने ही मंत्रलय के अफसर नदारद मिले। सूत्रों के मुताबिक नायडू ने गैरहाजिर कुल 80 अफसर और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि तय समय से 15 मिनट पहले अटेंडेंस रजिस्टर भी हटा लिए जाएं।
नायडू ने सुबह 9:10 बजे औचक निरीक्षण शुरू किया और निर्माण भवन के विभिन्न तलों का दौरा किया जहां शहरी विकास और आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रलयों के कार्यालय हैं। नायडू जिस भी केबिन में गए अफसरों की कुर्सियां खाली मिलीं। अफसरों की गैरहाजिरी से नाराज नायडू ने अपने दोनों मंत्रलयों में तुरंत बायोमेट्रिक प्रणाली लगाने के निर्देश दिए। नायडू का यह दूसरा औचक निरीक्षण था। इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने 12 जून को निरीक्षण किया था जिसके बाद से निर्माण भवन में साफ-सफाई और रख-रखाव दुरस्त हुआ है।
गौरतलब है कि 30 जून को सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी अपने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था, जिसमें उन्हें 200 कर्मचारी नदारद मिले थे। जावड़ेकर ने इनमें से 80 कर्मचारियों का एक दिन का सीएल काटने के आदेश दिए थे।