भारत और नेपाल ने दोनों देशों की खुली सीमा का इस्तेमाल एक-दूसरे की सुरक्षा का खतरा बनने वाले अनैतिक तत्वों को न करने देने का संकल्प व्यक्त किया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष सुशील कोइराला के बीच हुई बैठक में यह फैसला किया गया। यह जानकारी मोदी के दो-दिवसीय नेपाल यात्रा के समापन पर जारी संयुक्त बयान से सामने आई है।
समझौते के अनुसार, "यह आश्वस्त किया गया है कि भारत और नेपाल अपने क्षेत्र का इस्तेमाल एकदूसरे के खिलाफ नहीं होने देंगे।"दोनों प्रधानमंत्रियों ने सुरक्षा और इससे संबंधित मुद्दे पर हुए बेहतरीन सहयोग पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने अधिकारियों को भारत-नेपाल सीमा का इस्तेमाल एक-दूसरे की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले अनैतिक तत्वों द्वारा इस्तेमाल न होने देने के निर्देश दिए।
भारत और नेपाल प्रत्यार्पण संधि और आपसी वैधानिक सहयोग संधि (एमएलएटी) के मसौदे को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने पर सहमत हुए।