समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र (छोटे लोहिया) का सपना था कि लाल किले पर कभी समाजवादी पार्टी का झंडा लहराए। उनका यह सपना पूरा साकार करना है और इसके लिए सभी को मिलकर पार्टी को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा में तो पार्टी की संख्या काफी अच्छी है, लेकिन लोकसभा में सिर्फ चार सदस्य ही हैं। हमें इस संख्या को भी बढ़ाना है। पार्टी घोषणापत्र में किए गए वादे पूरा करेगी।
जनेश्वर मिश्र की जयंती पर मंगलवार को लखनऊ के गोमतीनगर में एक पार्क के लोकार्पण के दौरान सपा प्रमुख ने कहा कि सपा की कथनी और करनी में जरा भी अंतर नहीं है। पार्क के लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सरकार के अधिकांश मंत्रियों के साथ राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नेता अमर सिंह भी मंच पर मौजूद थे। मुख्य अतिथि मुलायम ने कहा कि जनेश्वर मिश्र ने मजलूमों के लिए जीवनभर संघर्ष किया। छात्र जीवन से ही चालू उनका संघर्ष जीवन के अंतिम क्षणों तक कायम रहा। उनके जीवन से हम सभी को सीखने की जरूरत है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, "हमने भी छोटे लोहिया के बारे में पहले काफी सुना और फिर बाद में देखा भी। उनका त्याग भरा जीवन वाकई में हम सभी के लिए अनुकरणीय है।"उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास प्रदेश में सभी को बराबरी का दर्जा दिलाने का है। इस अवसर पर अमर सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी राजनीतिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत है। इस कार्यक्रम के लिए उनको नेताजी ने बुलाया और वह चले आए।
अमर सिंह ने कहा "मैं समाजवादी नहीं, बल्कि मुलायमवादी हूं। मेरे यहां आने को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। जनेश्वर मिश्र हमारे पुराने दिनों के साथी थे। मुलायम सिंह यादव ने मुझे निमंत्रण भेजा था।"बकौल अमर, "मैं इस निमंत्रण को नहीं ठुकरा सकता था। अगर मेरे यहां आने से किसी को नाराजगी होती है, तो यह मुलायम सिंह को सोचना चाहिए। मुझे निमंत्रण दिया गया था, इसलिए आया हूं। मैं तो न प्रार्थी हूं और न ही अभिलाषी हूं। बस समारोह में शामिल होने आया हूं।"