संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने के सरकार के आश्वासन के बावजूद राज्यसभा में मंगलवार को हंगामा जारी रहा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा, "संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को सभी भारतीय भाषाओं में प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाने चाहिए।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने हालांकि कहा, "सरकार ने काफी सोच-विचार के बाद कदम उठाया है। यह समस्या कांग्रेस और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) ने शुरू की थी। अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और भाजपा ने इसका उचित हल निकाला है।"
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाएगी। उन्होंने कहा, "हम यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के तरीके में बदलाव और सुधार के लिए नेताओं के विचार व परामर्श जानने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे।"उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को होने वाली यूपीएससी की प्राथमिक परीक्षा के आयोजन होने दिया जाना चाहिए।
जावड़ेकर ने कहा, "सरकार पहले ही इस बारे में कदम उठा चुकी है और अन्य सदस्यों के राय-मशवरे पर भी विचार कर रही है।"मंत्री की प्रतिक्रिया से असंतुष्ट समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और वाम मोर्चे के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।