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झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 अगस्त)

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विधायक बिलवाल ने कावड यात्रियों का किया स्वागत, 2 क्विंटल फलाहारी खिचडी का किया वितरण 

jhabua news
झाबुआ --- श्री गंगु महाराज देहदा के सानिध्य में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी बुधवार को पवित्र तीर्थ देवझिरी से  मध्यप्रदेश एवं गुजरात के कांवड यात्रियों की विशाल कावड यात्रा का आयोजन विधायक शांतिलाल बिलवाल के सौजन्य से किया गया । हर हर महादेव, बोल बम, भोले शंभू भोलेनाथ के गगन भेदी नारो के साथ जैसे ही  कांवड यात्रा राजगढ नाके पर पहूंची विधायक शांतिलाल बिलवाल के नेतृत्व में भाजपा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने जिसमे मंडल अध्यक्ष मेजिया कटारा, बहादूर हटिला, विजय माली, जितेन्द्र पंवार, गोलू गणावा, रामचन्द्र भाबोर, मांगीलाल भूरिया, अर्जुन चैहान, भारत बामनिया, बिट्टू सिंगार सहित बडी संख्या में कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा कर कावडियों का स्वागत किया तथा विधायक के सौजन्य से करीब 2 क्विंटल फलाहारी साबुदाना खिंचडी प्रत्येक कावडियें को सम्मान पूर्वक प्रदान की गई । विधायक शांतिलाल बिलवाल ने बताया कि पिछले कई बरसों से उनके माध्यम से देवझिरी से देहदा गुजरात तक गुजरात एवं मध्यप्रदेश के कावड यात्रियों की संयुक्त कावड यचात्रा का आयोजन किया जारहा है । कांवडयात्रा बुधवार को देवझिरी से प्रारंभ हुई और पूरी आध्यात्मिक माहौल में गुरूवार को देहदा गुजरात में गंगु महाराज के आश्रम स्थित शिव मंदिर पर अभिषेक के साथ सम्पन्न होगी । कावडा यात्रा रात्री विश्राम माण्डली में शिवमंदिर परिसर में करेगी तथा प्रातः काल गुलराज के देहदा के लिये प्रस्थान करेगी । विधायक ने हर कावड यात्रियों को उनकी उज्जवल धार्मिक यात्रा सम्पन्न होने की कामना भी की ।

कामनाओं रहित तपस्या से अमृत प्राप्ती सम्भव :  आचार्य रवीन्द्रसूरि
  • आज होगा भव्य केशर जलाभिषेक

झाबूआ---राजगढ़ मोहनखेडा प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. ने प्रवचन के दौरान तपस्वीयों को उद्बोधन देते हुऐ कहा तीन उपवास के बाद तपस्वी देवाधिष्ठित हो जाता है । निष्ठा के साथ तप करने वाले तपस्वी को देवत्व प्राप्त होता है । कामनाओं को जिन्दा रखकर की गई तपस्या से कुछ भी हासिल नहीं होता है । बिना लोभ कोई कर्म नहीं करता है । हम संकट निवारण हेतु मंत्र जाप का प्रयोजन करते है । श्रद्धा और एकाग्रता से जाप और तप किया जाए तो हमें अमृत की प्राप्ती होती है । अमृत प्राप्ती के पश्चात् यदि हमें प्रमादता में रह गये तो जप और तप करना निरर्थक साबित होगा । उत्तम संसर्ग से उत्तम विचार और बूरे संसर्ग से बूरे विचार उत्पन्न होते है । हमारे जप और तप करने के पश्चात् हमारे कंठ से अमृत का रसपान न हो तो हमारी तपस्या का अर्थ नहीं हैं । बिना कामना के तप का बहुत महत्व है । तृष्णा त्यागने पर ही तप का लाभ मिलता है । स्वयं को संकल्पवान बनाना ही पच्चखाण होता है । एकाग्र होने में अग्नि का वासा होना जरुरी है । 15 उपवास के बाद कंठ सुखना चाहिये । हमारा तालु जप और तप से जागृत होता है । जुबान सुख कर पीछे की और जाती है और तालु से मिलना शुरु होती है तब तपस्वी के कंठ में तीन बुंद अमृत झरता है । जिसने यह तीन बुंद अमृत का रसास्वादन कर लिया वह सबकुछ प्राप्त कर लेता है । यह अमृत देवताओं को भी दुर्लभ है । केवलज्ञानी जल एवं अन्न ग्रहण नहीं करते है वह सिर्फ अमृत पान करते है । इस अमृतपान के पश्चात् यदि प्रमाद कर लिया तो बुद्धि उल्टी चलने लग जाती है । प्रमाद नहीं किया तो जीवन सफल हो जाता है । णमोकार महामंत्र के पांच पदों में आराधक को पंचम साधु पद णमो लोएसव्वसाहुणं, णमो उव्वझायाणं, णमो आयरियाणं, णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं पद के क्रम से सिद्धपद को प्राप्त करने की एकाग्रता के साथ आराधना करने का नियम होना चाहिये । साधु - साध्वी पद का श्याम वर्ण हैं । काले रंग पर दुनिया का कोई रंग नहीं चढ़ता है । क्रमशः साधु - साध्वी, उपाध्याय, आचार्य भगवन्त की आराधना के साथ अरिहंत प्रभु का ध्यान करते हुऐ सिद्धत्व को प्राप्त किया जा सकता है । प.पू. शासनप्रभावक ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने प्रवचन में कहा कि श्रावक का धर्म है कि वह श्रमण- श्रमणी, साधु - साध्वी भगवन्तों की रक्षा करें । जिनशासन के प्रहरी मुनि भगवन्तों, साध्वी भगवन्तों की वैयावच्च कर उन्हें सुरक्षित रखें । साधु - साध्वी धर्म की धूरी होते है समता के सागर होते है साधु - साध्वी के बिना मार्गदर्शन के धर्म एवं समाज का उत्थान सम्भव नही है । सामायिक धारक श्रावक भी श्रमण की श्रेणी में आता है । जिसमें समता हो मौन रहने की समता हो वह साधु की श्रेणी में आ जाता है । लोग उपवास आसानी से कर लेते है परन्तु मौन तपस्या बहुत ही कठिन है । व्यक्ति की जुबान कर्मो की निर्जरा भी कराती है और यही जुबान कर्म बंधन भी करवाती है । हमें आत्म दर्शन करना है तो मौन व्रत धारण करना पड़ेगा और परदोष दर्शन करना है तो अपनी जुबान है । इसका उपयोग स्वयं को करना है । लोभ की लालच में किया गया धर्म और तपस्या निरर्थक साबित होती है । प.पू. मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. ने णमोकार महामंत्र आराधना के पंचम दिवस णमोकार महामंत्र के पंचम पद णमो लोयसव्वसाहुणं में विराजित मुनि भगवंत की महिमा आराधकों को बताते हुऐ कहा कि मुनि भगवन्त के 27 गुण होते है इनका वर्ण श्याम होता है मुनिश्री ने खन्धक ऋषि की मासक्षमण तप का वृतान्त और तारज मुनि की जीवदया का उदाहरण बताया । मुनिश्री ने कहा जो समता में रहे वह श्रमण होते है जो मौन रहे वह मुनि होते है । मुनि भगवन्त ही ज्ञानार्जन कर उपाध्याय एवं आचार्य भगवन्त के पद तक जाते है और अपनी साधना आराधना के बल पर तीर्थंकर पद तक जाने का प्रयास करते है । आज प्रवचन के समय दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. के 108 केशर जलाभिषेक का कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा । संगीतमय वातावरण में 27 - 27 अभिषेक चार चरण में किये जायेगें । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में धर्म बिन्दु एवं चन्द्रराजा चरित्र वांचन चल रहा है । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । 1 आराधक भद्रतप की तपस्या में लीन है साथ ही तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है । तीर्थ में श्री राजेन्द्रसूरि गुरुतप आराधना में 309 आराधक आराधना कर रहे है । णमोकार महामंत्र की आराधना में आराधना कर रहे आराधकों के साथ 200 से अधिक आराधक एकासने के साथ आराधना कर रहे हैं । तीर्थ पर मासक्षमण महामृत्युंजय तपाराधना भी जारी है । तलेटी यात्रा के संघपति बनने का लाभ पीस्तादेवी किशोरमल जी चित्रदुर्ग वालों को प्राप्त हुआ । केशर जलाभिषेक में चतुर्थ 27 अभिषेक का लाभ पंचगनी एवं वादी महिला मण्डल द्वारा लिया गया ।

राजसात वाहनो के निवर्तन हेतु निविदा 14 अगस्त तक आमंत्रित

झाबुआ ---- जिले में मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34 (1) की उपधारा (2) के अन्तर्गत मंदिरा के अवैध परिवहन में जप्तशुद्धा राजसात किये गये वाहनो के निवर्तन निविदा के माध्यम से निराकृत किये जावेगे। राजसात किये गये वाहन जहाॅ है वही पर अवलोकन हेतु रहेगे। निविदा की शर्ते एवं निविदा फार्म तथा अन्य जानकारी अवकाश दिनों को छोडकर प्रत्येक कार्य दिवस में कार्यालयीन समय में 14 अगस्त 2014 को 12.00 बजे तक कार्यालय जिला आबकारी अधिकारी जिला झाबुआ से निविदा आवेदन पत्र क्रय/प्राप्त किये जा सकते है। राजसात वाहनों के निवर्तन हेतु निविदा की पूर्ण पूर्ति के पश्चात इच्छुक व्यक्ति द्वारा निविदायें 14 अगस्त 2014 को दोपहर 02.00 बजे तक जिला आबकारी कार्यालय जिला झाबुआ में जमा की जा सकती है। निर्धारित दिनांक एवं समय पश्चात प्राप्त होने वाली निविदाएं ग्राहय नहीं की जावेगी। प्राप्त निविदाएं इसी दिन सायंकाल 4.00 बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष झाबुआ में उपस्थित निविदादाताओं अधिकृत प्रतिनिधि के समक्ष खोली जावेगी। निविदादाताओं की अनुपस्थिति निविदा खोलने की प्रक्रिया में बाधक नहीं होगी। अधिक जानकारी के लिए जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में कार्यालयीन दिवस में संपर्क कर सकते है।

जिले में अब तक कुल 354.2 मि.मी. औसत वर्शा दर्ज

झाबुआ----सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख झाबुआ श्री पाटीदार ने बताया कि जिले में वर्शा काल प्रारंभ होने से आज दिनांक तक कुल 354.2 मि.मी. औसत वर्शा हो चुकी है। जबकि गत वर्श इस अवधि तक 796.3 मि.मी. औसत वर्शा हुई थी। जिले में विगत 24 घण्टों के दौरान औसत 11.6 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई। विगत 24 घण्टो में झाबुआ तहसील में 9.0 मि.मी., पेटलावद तहसील में 17.0 मि.मी., थांदला में 14.8 मि.मी., रानापुर में 4.0 मि.मी, मेघनगर में 13.0 मि.मी एवं रामा विकासखण्ड में 15.0 मिमी वर्शा दर्ज की गई है।

सीएसी निरीक्षण टीप की कार्बन काॅपी अपने साथ लाये, बच्चों को मीनू अनुसार खाना मिले यह सुनिश्चित करे

झाबुआ ---कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने आज 6 अगस्त को शासकीय उत्कृष्ट प्राथमिक शाला आमलीफलिया, माध्यमिक स्कूल पाडलवा, बस स्टैण्ड राणापुर एवं कौशल विकास केन्द्र राणापुर का निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश दिये। स्कूलों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर  बी.चन्द्रशेखर ने निर्देशित किया कि सीएसी जब भी अपने क्षेत्र के स्कूल का निरीक्षण करे तो स्कूल के निरीक्षण रजिस्टर में जो टीप अंकित करे उसकी मूल प्रति स्कूल में रहने दे एवं कार्बन काॅपी ही अपने साथ लाये। एक स्कूल में लडके एवं लडकियों की यूनिफार्म एक ही कलर की बनवाये।

पाडलवा के अतिथि शिक्षक को हटाने के निर्देश
भ्रमण के समय मीडिल स्कूल पाडलवा में पदस्थ अतिथि शिक्षक राजेन्द्र डामोर स्कूल में अनुपस्थित थे। बाद में उपस्थित हुए। बच्चों को उनके द्वारा इग्लिश पढाई जाती है। शिक्षक श्याम डेली फुटबाल खेलता है का सही अंग्रेजी अनुवाद भी नहीं कर पाये।  कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने उन्हें हटाकर पेनल से वेटिंग में से दूसरे शिक्षक को रखने के निर्देश दिये। माध्यमिक स्कूल पाडलवा में मध्यान्ह भोजन मीनू अनुसार नहीं बन रहा है। शिक्षक को मीनू अनुसार खाना बनवाने के लिए निर्देशित किया। हेड स्टार्ट केन्द्र पाडलवा के दो कम्प्यूटर जो जनपद झाबुआ में है। पुनः पाडलवा में भेजने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जितने भी शिक्षक अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये गये, उनकी सेवाएॅ समाप्त करने के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया। भ्रमण के दौरान राणापुर शहर में मेनरोड पर दोनो ओर खडे ट्रकों को थाने में खडे करवाने के लिए एसडीएम श्री अम्बाराम पाटीदार एवं पुलिस को निर्देशित किया। कौशल विकास केन्द्र राणापुर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने पाया कि केन्द्र में ऐसे बच्चों को प्रवेश दिया गया है, जो कि अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत है। सहायक आुयक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि सभी कौशल विकास केन्द्रो से ऐसे बच्चों के प्रवेश निरस्त कर इनकी जगह शाला त्यागी या पढाई छोड चुके बच्चों को प्रवेश दिया जाये। बस स्टैण्ड पर यात्री प्रतीक्षालय बनाने के लिए ध्वजारोहन के लिए बने चबुतरे को तोडकर पूरी जगह पर यात्री प्रतीक्षालय बनवाने के लिए सीएमओ नगर पंचायत एवं एसडीएम को निर्देश दिये। ध्वजारोहण के लिए राष्ट्रीय त्योहार पर वैकल्पिक व्यवस्था करवाने के निर्देशभी सीएमओ को दिये। भ्रमण के दौरान कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. एसडीएम झाबुआ श्री अम्बाराम पाटीदार, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मोहिनी श्रीवास्तव उपस्थित थी।

खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए मांगे सुझाव

झाबुआ ---विगत 5 अगस्त को उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के कार्यालय के सभाकक्ष में राज्य कृषक आयोग के अध्यक्ष श्री केलाशचंद पाटीदार की अध्यक्षता में झाबुआ एवं अलिराजपुर जिला की कृषिगत विभागों की संयुक्त समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में खेती को किसानो के लिए लाभ का धंधा बनाने के लिए अधिकारियों से आयोग के सदस्य सचिव द्वारा सुझाव मांगे गये और सुझाव को अमल में लाने के लिए शासन स्तर पर चर्चा करने की बात कही। राज्य कृषक आयोग अध्यक्ष के सदस्य सचिव श्री एस.के.उपाध्याय ने कृषि विभाग उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाऐं, अग्रिणी जिला बैंक प्रबंधक उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग, बीज निगम,बीज प्रमाणीकरण,मण्डी बोर्ड, सहकारिता विभाग इत्यादि की विभागीय योजनाओ के क्रियान्वयन में आने वाली समस्या एवं सुझाव चाहे। प्रबंधक बीज निगम खजुरी द्वारा बीज उत्पादन कार्यक्रम एवं वितरण प्रक्रिया से अवगत कराया। पशु विभाग के उप संचालक डाॅ. एस.के.धुरिया द्वारा बताया गया कि जिले में वत्स पालन प्रोत्साहन योजना के लक्ष्य बढाये जाने तथा डेयरी योजना में अजा/अजजा कृषको हेतु 35 प्रतिशत अनुदान से बढाकर 50 प्रतिशत तक किया जाये। जिला विपणन अधिकारी द्वारा जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक भण्डारण उपलब्घ होना बताया गया। बैंक अग्रिणी जिला प्रबंधक से चर्चा के दौरान के सी.सी.ऋण के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि आगामी समय में विभागीय योजनाओं के संबंध में प्रदेश के प्रत्येक जिले के 150-200 किसानो एवं कृषिगत अधिकारियों से संयुक्त रूप से चर्चा की जावेगी साथ ही योजना प्रावधान अनुसार छोटी अनुदान सहायता राशि का भुगतान कृषक के बैक खाते में करने में हो रही व्यवहारिक कठिनाई की बात शासन स्तर पर अवगत कराई जावेगी। कृषको को स्वयं के प्रक्षेत्र पर बीज उत्पादन करने के लिए प्रशिक्षण/सेमीनार आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार कर प्रेरित करे ताकि किसान स्वयं का बीज तैयार करने में सक्षम हो पाये आगामी रबी फसल हेतु अग्रिम उर्वरक भण्डारण व्यवस्था सुनिश्चित किया जावे ताकि कृषको को समय पर उर्वरक उपलब्ध हो सके।

मर्ग का प्रकरण कायम 

झाबूआ---फरियादी झितरा पिता केशिया उम्र 65 वर्ष निवासी रेतालुंजा ने बताया कि काला पिता झितरा, उम्र 20-21 वर्ष, रेतालुंजा की अचानक तबियत खराब होने से दाहोद अस्पताल में ईलाज हेतु भर्ती कराया गया, जहा आराम नही लगने पर वापस घर ले आये, काला की घर पर  मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में मर्ग क्रमांक 73/14, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

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